रायपुर: पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल पीएसओ सुसाइड केस में रायपुर पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. पुलिस ने मृतक पीएसओ विशंभर राठौर का साला और आरोपी साले की पत्नी समेत तीन के खिलाफ जबदस्ती वसूली करने एवं आत्महत्या के लिए उकसाने के तहत मामला पंजीबद्ध किया है. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
सर्विस रिवाल्वर से खुद को मारी थी गोली
19 अगस्त को माना सुरक्षा बटालियन में पदस्थ आरक्षक विशंभर राठौर (36) ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी. उनकी तैनाती पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की सुरक्षा के लिए लगाई गई थी. उसने अपने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली थी. रायपुर सिविल लाइन थाना प्रभारी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि मृतक आरक्षक की आत्महत्या में रामशंकर राठौर (मृतक का साला), शारदा राठौर (रामशंकर की पत्नी) और महेश राठौर ( रामशंकर का साला) के खिलाफ धारा 306, 384 एवं 34 के तहत मामला पंजीबद्ध किया है. मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा था कि जमीन खरीदी-बिक्री के बाद आरोपी द्वारा 30 लाख रुपये की मांग की जा रही थी. इसे लेकर लगातार मृतक को धमकी भी दी जा रही थी. आरोपी फरार हैं. उनकी तलाशी की जा रही है.
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सुसाइड नोट में ब्लैकमेलिंग का जिक्र
पीएसओ विशंभर राठौर ने खुदकुशी से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा था. बताया जा रहा है इस नोट में आरक्षक ने अपने साले की पत्नी और साले के साला पर ब्लैकमेल करने का उल्लेख किया था. उसमें यह भी लिखा है कि उनकी ब्लैकमेलिंग से वह तंग आ चुका था. जिसकी वजह से वह आत्महत्या के लिए मजबूर हुआ.
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डेढ़ माह से रह रहा था अकेले
आरक्षक विशंभर राठौर मध्यप्रदेश के मुरैना जिले का रहने वाला है. वह पिछले 8 साल से रायपुर में रह रहा है. पुलिस के मुताबिक आरक्षक डेढ़ माह से अकेले रूम पर रह रहा था. उनके साथियों के मुताबिक जवान काफी दिनों से परेशान था. रोजाना मॉर्निंग वॉक के लिए साथियों के साथ जाता था. 19 अगस्त की सुबह कमरे से नहीं निकला. अंदेशा जताया जा रहा है कि सुबह 5 बजे के करीब जवान ने खुद को गोली मारी. गोली उसके सिर को छेदते हुए बाहर निकल गई थी.