किरणमयी नायक की रिपोर्ट पर अंतागढ़ के तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी मंतूराम पवार के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे व पूर्व विधायक अमित जोगी सहित पूर्व सीएम रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ताा और पूर्व पीडब्लूडी मंत्री राजेश मूणत के खिलाफ 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. रायपुर एसपी नीतू कमल ने एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है.
सरकार के निर्देश पर शनिवर को ही अंतागढ़ टेपकांड की जांच के लिए बनी एसआईटी की कमान रायपुर के प्रभारी आईजी डॉ. आनंद छाबड़ा से लेकर आईजी जीपी सिंह को सौंपी गई थी. एसआईटी ने जांच शुरू करते ही इस मामले में चर्चित हुए फिरोज सिद्दिकी को बुलाकर उससे ऑडियो टेप और पेन-ड्राइव मांगे थे. दोनों चीजें अभी एसआईटी के कब्जे में हैं. इस के बाद एसआईटी ने मंतूराम पवार से भी पूछताछ की थी. उसी के बाद से इस मामले में कार्रवाई की चर्चा तेज हो गई थी. बताते हैं कि कांग्रेस ने विधिक सलाहकारों से सलाह लेने के बाद पंडरी थाना में एफआईआर इसलिए करवाई, क्योंकि पार्टी मुख्यालय राजीव भवन इसी थाना के अंतर्गत आता है. किरणमयी आधी रात थाने पहुंचीं और एफआईआर दर्ज करवाई.
अंतागढ़ सीट खाली होने के बाद 12 सितंबर 2014 को वहां उप-चुनाव हुआ. चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के अलावा 13 उम्मीदवार मैदान में थे. नाम वापसी की समय सीमा गुजरने के बाद कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने चुनाव न लड़ने की घोषणा ऐसे समय की जब कांग्रेस दूसरा उम्मीदवार खड़ा नहीं कर सकती थी. उप-चुनाव के एक साल बाद दिसंबर 2015 में मीडिया में अंतागढ़ चुनाव में हुई खरीद-फरोख्त का खुलासा करने वाला टेप सामने आया. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी के शामिल होने के आरोप लगे