रायपुर : किसानों के हक के लिए राज्य सरकार लगातार केंद्र सरकार पर कई तरह के आरोप लगा रही है. वहीं राज्य सरकार के मंत्री भी हमेशा किसानों के साथ होने की बात कह रहे हैं. इस बीच किसानों ने स्थानीय और राष्ट्रीय मुद्दों पर राजिम से पदयात्रा शुरू की जिसे अनुविभागीय अधिकारी के निर्देश पर पुलिस ने मंडी परिसर गेट में ही रोक दिया, जो बाद में किसानों के विरोध के बाद आगे बढ़ी.
दरअसल, यह पदयात्रा मंगलवार को रायपुर पहुंचेगी. वहीं इस पदयात्रा को निकालकर किसान अपनी बात प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री तक पहुंचाना चाहते हैं, जिसके लिए वे राजभवन जाकर ज्ञापन सौंपेंगे. इधर पदयात्रा को लेकर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि हम हमेशा किसानों के साथ हैं.
इन मुद्दों को लेकर किसान कर रहे पदयात्रा
- अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के बैनर तले प्रदेश में किसान बे-मौसम बारिश से हुई फसल क्षति का तत्काल आकलन कर क्षतिपूर्ति दिए जाने की मांग की.
- किसानों के साथ कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग के कारण रुके हुए भुगतान, सहित केंद्र में सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण स्वामीनाथन आयोग के सिफारिशों को लागू किये जाने की मांग की.
- एशिया समेत दुनिया के 16 देशों के बीच होने जा रहे क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) समझौते के विरोध को लेकर आंदोलन शुरू किया गया है.
बता दें कि राजिम की मंडी में कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग की वजह से किसानों का भुगतान रुका हुआ है लिहाजा किसानों की मंशा से राजिम मंडी से रायपुर स्थित राजभवन तक पदयात्रा शुरू की है.
धान का पैसा मिलना चाहिए
इधर छत्तीसगढ़ की पदयात्रा को लेकर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि महासमुंद में भी इसी तरह किसानों की शिकायत आई थी कि धान के बदले कुछ मिलर उनका भुगतान नहीं कर रहे. हमारी प्राथमिकता किसान हैं और उनको धान का पैसा मिलना चाहिए. राजिम में भी किसानों की समस्या दूर करने के लिए कलेक्टर को कहा गया है. राइस मिलों को सील करें और किसानों को भुगतान करें, सरकार हर स्थिति में उनके साथ खड़ी है.