रायपुर: रायपुर रेलवे स्टेशन में सुरक्षा व्यवस्था को और भी पुख्ता किया जा रहा है. सात प्लेटफार्म वाले रायपुर रेलवे स्टेशन से अब कोई भी अपराधी आरपीएफ और जीआरपी से नजरें नहीं चुरा पाएगा. स्टेशन को मुंबई के तर्ज पर एफआरसी कैमरे से लैस किया जा रहा (cctv camera at raipur railway station) है. रायपुर रेलवे स्टेशन पर इस समय 55 सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है. 5 वर्ष पहले साल 2017 में यह कैमरे लगाए गए थे. इनमें सुरक्षा मानकों के हिसाब से खामियां हैं. इसे देखते हुए नए और हाई रेगुलेशन वाले कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही (cctv camera Will give voice after reading face of criminals) है.
10 नए कैमरे लगेंगे: रायपुर के रेलवे स्टेशन में लगे कैमरे केवल दिन में ही बेहतर पिक्चर क्वालिटी दे रहे हैं. इनमें नाइट विजन सिस्टम ना होने से रात होने या बिजली गुल होने पर रिकॉर्डिंग नहीं हो पाती है. साथ ही दूर का पिक्चर भी साफ नहीं दिखता है. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए आरपीएफ 10 नए फेस रीडिंग कैमरे लगाने जा रहा है. यह कैमरे लंबी दूरी के पिक्चर को भी क्लोजअप डिस्प्ले करने में सक्षम है. साथ ही इनकी जद में अपराधी का चेहरा पढ़ते ही लंबी बीप की आवाज आएगी और अपराधी को तत्काल गिरफ्तार किया जा (Face reading camera installed at Raipur railway station) सकेगा.
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अपराधियों के रिकॉर्ड होंगे अपलोड: आरपीएफ जीआरपी के पास उपलब्ध क्रिमिनल रिकॉर्ड और फोटोस इन कैमरों के कंट्रोल सिस्टम में अपलोड किए जाएंगे. आरपीएफ डीएससी संजय गुप्ता के मुताबिक "प्लेटफार्म के अलग-अलग रिजर्वेशन ऑफिस और आरपीएफ थानों में भी कैमरे लगाए जाएंगे. अभी रिजर्वेशन ऑफिस में एक ही कैमरा है. तीन और लगाने की तैयारी है. इसी तरह से रायपुर रेलवे मंडल के दुर्ग स्टेशन में भी 40 कैमरे लगाने केबलिंग का काम पूरा हो गया है. जल्द ही कैमरे भी लगा दिए जाएंगे इससे पहले भाटापारा तिल्दा स्टेशन में रेलटेल ने 37-37 कैमरे लगाए हैं. भिलाई पावर हाउस और भिलाई नगर में भी कैमरे लगाए जा रहे हैं."