ईटीवी भारत से खास बात-चीत में छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुब्रत साहू ने बताया कि, छत्तीसगढ़ में खासकर नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर में वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए उन्होंने कई अवेयरनेस कैंपेन चलाए हैं. इसके अलावा पूरे प्रदेश में वे नये वोटरों और युवाओं को मतदान के लिए जागरूक कर रहे हैं. इसके लिए अगल-अलग कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं.
सुब्रत साहू बताते हैं, लोगों को घर से निकालना और वोटिंग करना हर पदाधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों की महत्वपूर्ण जवाबदेही है. वोट देश के हर नागरिक का अधिकार है और इसे लेकर लोगों को जागरूक करना उनका मुख्य उद्देश्य है.
लोकसभा चुनाव में वोटिंग परसेंटेज को लेकर साहू का कहना है कि, 'लोकसभा चुनाव ऐसे वक्त में हो रहा है, जब प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री के पार होगा. ऐसे में वोटिंग पर्सेंटेज को बनाये रखना एक बड़ी चुनौती होगी.' सुब्रत साहू ने बताया कि, 'गर्मी में इलेक्शन ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों कर्मचारियों और वोटरों के लिए मेडिकल किट की व्यवस्था की गई है. जिससे आपात स्थिति में निपटा जा सकेगा.'
सुब्रत साहू कहते हैं, 'विधानसभा और लोकसभा चुनाव में इलेक्शन कमीशन का काम एक ही तरह का होता है. बस विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा होती है, छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा सीटों के लिए एक साथ चुनाव होता है और लोकसभा चुनाव के लिए प्रदेश में 11 सीटों पर चुनाव होता है.'
साहू बताते हैं, 'लोगों को वोटिंग के महत्व को समझाने के लिए स्वीप कैंपेन और अलग-अलग समुदाय वर्ग के लिए बड़े स्तर पर इलेक्शन कमीशन काम कर रहा है. इसके अलावा फेसबुक लाइव के माध्यम से भी नये वोटरों और युवाओं को जोड़ने के लिए भी कैंपेन चलाया जा रहा है.'