रायपुर: छत्तीसगढ़ में इन दिनों चुनावी बयार बह रही है. लगातार नेता चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं. इस बीच शुक्रवार को जेसीसीजे पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की तीसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में जोगी कांग्रेस ने रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से मनोज बंजारे को प्रत्याशी बनाया है. साल 2005 में मनोज बंजारे जनपद अध्यक्ष रह चुके हैं. कम उम्र से ही मनोज बंजारे ने सामाजिक कामों में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था. वे अक्सर कर्मचारी किसान और नौकरी करने वाले लोगों के हित में काम करते आ रहे हैं. यही कारण है कि इस बार जोगी कांग्रेस ने रायपुर ग्रामीण से मनोज को प्रत्याशी बनाया है.
जोगी कांग्रेस प्रत्याशी मनोज बंजारे से ईटीवी भारत ने बातचीत की. आइए जानते हैं मनोज बंजारे की चुनावी रणनीति
सवाल: रायपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कितना विकास हुआ है?
जवाब: रायपुर ग्रामीण विधानसभा में अभी तक कोई विकास का काम नहीं हुआ है. लगता है कि मुझे शुरू से क्षेत्र में विकास करना होगा.
सवाल: वर्तमान विधायक ने क्षेत्र में कौन-कौन से काम किए हैं, जो आपको लगता है कि अब तक पूरे नहीं हुए हैं?
जवाब: शिक्षा की अगर बात करें तो भारतीय संविधान कहता है कि सभी को समान शिक्षा मिलनी चाहिए. जब हमने पढ़ाई की थी तब शिक्षा का स्तर कुछ ठीक था लेकिन वर्तमान में शिक्षा का स्तर गिरा है. 40 साल तक यदि कोई व्यक्ति विधायक के पद में उसे क्षेत्र का नेतृत्व करता है, तो शिक्षा का स्तर तो बहुत अच्छा हो जाना चाहिए. यहां तो बच्चे ले देकर दसवीं पास हो रहे हैं. सरकार के लिए 12वीं पास बच्चों के लिए उच्च शिक्षा की कोई व्यवस्था ही नहीं है. इस क्षेत्र में विकास नहीं हुआ है. रायपुर ग्रामीण विधानसभा में कॉलेज नहीं है. हाई स्कूल की बात करें तो वह दुरांचल इलाकों में है. ग्रामीण विधानसभा में 10वीं 12वीं करने के बाद लड़कियों की पढ़ाई रुक जाती है. इन विषयों पर सोचने की जरूरत है.
सवाल: ऐसे कौन से प्रमुख मुद्दे हैं, जिन्हें लेकर आप जनता के बीच में जा रहे हैं?
जवाब: हमारे प्रमुख अमित जोगी जी ने 10 कदम और गरीबी खत्म का नारा दिया है. हमारी लड़ाई ना तो कांग्रेस से है और ना ही भाजपा से है. हमारी लड़ाई है गरीबी और अव्यवस्था से. जिस पर इन्होंने आज तक फोकस ही नहीं किया है. एक ही व्यक्ति को यह लोग टारगेट करते हैं कि इन्हें ऊपर कैसे लाएं. यह लोकतंत्र है? जब तक आप बदलाव नहीं लाएंगे. आपके बीच में नई प्रतिभा कहां से आएगी. जब इस देश में करोड़ों लोगों में बुद्धि है तो यह देश कभी पीछे नहीं होना चाहिए लेकिन आजकल बिना बुद्धि के लोग देश चला रहे हैं. आजकल राजनीतिक पार्टी नहीं यह एक गिरोह बन चुका है. आपराधिक लोगों का गिरोह बन चुका है. स्वतंत्रता का जो अधिकार मिला है. वह मानवीय मूल्य पर जो काम नहीं होता है, हमारा विरोध उनसे है.
सवाल: भाजपा और कांग्रेस ने काफी अनुभवी लोगों को इस बार चुनावी मैदान में उतारा है. आपके सामने बड़ी चुनौती है. आपकी तैयारी कैसी है?
जवाब: अनुभवी जैसा कुछ नहीं है. 40 साल से सत्यनारायण शर्मा जी विधायक है, तो मैं समझता हूं. उनका ऐसा कोई भी कार्य योजना नहीं है, जिसे आने वाला इतिहास याद करें और वह खुद याद करें. तो इसे आप अनुभवी कैसे कह सकते हैं. यह सिर्फ एक पद की गरिमा है.