रायपुर: छत्तीसगढ़ के मरवाही विधानसभा सीट को अजीत जोगी का गढ़ माना जाता था, लेकिन मरवाही विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत हुई है. इस चुनाव में अमित जोगी और ऋचा जोगी का नामांकन रद्द कर दिया गया था. पहली बार जोगी परिवार मरवाही के चुनावी मैदान से बाहर था. ETV भारत ने मरवाही उपचुनाव में हार के मद्देनजर अमित जोगी से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पार्टी के अस्तित्व को लेकर बेबाकी से जवाब दिया.
मरवाही उपचुनाव के परिणाम आए हैं, इसे आप किस तरह से देखते हैं?
अमित जोगी ने कहा कि कांग्रेस अकेले ही कुश्ती लड़ने के लिए हमारे पार्टी के सभी कैंडिडेट्स को छल पूर्वक चुनाव मैदान से बाहर कर दिया. कांग्रेस शुरू से अंत तक अकेले ही कुश्ती लड़ती रही. यह जीत, जीत नहीं होती है. अगर मुझे चुनाव के मैदान में हराते और जीतते तो मैं उसे जीत मानता.
सवाल-2
चुनाव के आखिरी समय आपने भाजपा को समर्थन दिया, उसके बाद भी कांग्रेस बड़े अंतर से जीती, क्या जनता का सपोर्ट नहीं मिल पाया ?
जोगी परिवार ने जो जीत का रिकॉर्ड दर्ज किया है. कांग्रेस उसे नहीं तोड़ पाई. मेरा यह मानना है कि भाजपा को आत्मचिंतन करना पड़ेगा. उनके वोट प्रतिशत जरूर बढ़े हैं, लेकिन जिस सक्रियता के साथ उन्हें चुनाव लड़ना था. वैसा नहीं किया. हमने भी चुनाव प्रचार के बाद भाजपा को समर्थन देने का फैसला लिया. मेरे लिए सब कुछ बर्दाश्त है, लेकिन मैं मेरे पिताजी के मरणोपरांत अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता. मेरे लिए यह चुनाव में दो बड़ी पार्टी थी. एक पार्टी कम से कम पिताजी को उनके मरणोपरांत अपमानित तो नहीं कर रही थी. भाजपा को समर्थन देना मेरा एक नैतिक फैसला था.
सवाल-3
आपकी पार्टी के दो विधायकों ने कांग्रेस का सपोर्ट किया इस बारे में आपको क्या लगता है ?
अमित जोगी ने कहा कि जो दो विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा है. वह मेरे भाई हैं और मेरे परिवार का हिस्सा है. मुझे पूरा विश्वास है कि यह मालूम पड़ेगा के किस प्रकार से कांग्रेस पार्टी के मुख्यमंत्री ने मेरे पिता का अपमान किया. मेरे परिवार को राजनीतिक रूप से खत्म करने की कोई प्रयास नहीं छोड़े हैं. मुझे विश्वास है कि वे अपना मन बदलेंगे और पार्टी में ही बने रहेंगे.
सवाल-3
मंत्री जयसिंह अग्रवाल जोगी कांग्रेस के अस्तित्व समाप्त की बात कह रहे हैं, आपका क्या मानना है ?
अमित जोगी ने कहा कि मंत्री जयसिंह अग्रवाल का में व्यक्तिगत तौर पर सम्मान करता हूं, लेकिन वे जिस पार्टी में हैं. आज वह पार्टी अपने अस्तित्व की लड़ाई पूरे देश में लड़ रही है, चाहे मध्यप्रदेश हो या झारखंड हो और हो कर्नाटक हो. जहां हाल ही में उपचुनाव हुए हैं, वहां कांग्रेस का बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन रहा है. ऐसी पार्टी को कम से कम दूसरे पार्टियों के बारे में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. मैं जयसिंह अग्रवाल और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यह कहना चाहूंगा जोगी परिवार का अस्तित्व रहेगा या नहीं रहेगा. यह कांग्रेस पार्टी से तय नहीं करेगी. प्रदेश की जनता को यह तय करना है. मरवाही उप चुनाव में जनता को यह अवसर ही नहीं दिया गया. अवसर देते तो यह पता चलता है कि क्या अस्तित्व है और क्या अस्तित्व नहीं है.
सवाल-4
आपकी जाति को लेकर विवाद चल रहा है. आपकी पत्नी के भी जाति प्रमाण पत्र पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं, इन चीजों से आप कैसे निपट पाएंगे?
न्यायपालिका पर मुझे पूरा भरोसा है. जिस तरह से छल पूर्वक नियम कानून बदल कर रातों रात मेरे पिताजी, मेरा और मेरी पत्नी का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया, मुझे पूरा विश्वास है कि न्यायपालिका से मुझे न्याय मिलेगा. बहुत जल्द मरवाही क्षेत्र के लोगों को अपनी पसंद का विधायक चुनने का मौका फिर से मिलेगा.
सवाल-5
आपने मरवाही उपचुनाव पर पिटीशन दायर की है, कब तक न्याय की उम्मीद है ?
अमित जोगी ने कहा कि कम समय में इसका निर्णय हो जाए. इसलिए मैंने ज्यादा लंबा पिटीशन दायर नहीं किया है. इलेक्शन पिटीशन का फैसला 1 साल के अंदर आ जाएगा. मेरा एक ही आधार है. मेरा और मेरी पत्नी का नामांकन पत्र गलत तरीके से गैर कानूनी हथकंडे अपनाकर रद्द किया गया है.
सवाल-6
लगातार आपके करीबी पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, कार्यकर्ता भी पार्टी छोड़ रहे हैं, आने वाले दिनों में क्या रणनीतियां हैं?
अमित जोगी ने बताया कि मेरे पिताजी ने यह पार्टी किसी व्यक्ति या परिवार पर केंद्रित होकर नहीं बल्कि विचारों पर केंद्रित पार्टी बनाई हैं. उन्होंने छत्तीसगढ़ में स्वराज लाने के मकसद से इस पार्टी का गठन किया. कुछ लोग शुरू दिन से ही हमें नजरअंदाज कर रहे हैं. कहते थे कि यह पार्टी कुछ नहीं कर पाएगी, लेकिन जनता ने जिस तरह से 2018 के चुनाव में हमें आशीर्वाद दिया है. 72 साल के चुनावी इतिहास में पहली बार मध्य भारत में एक क्षेत्रीय दल को मान्यता मिली है. इसको हमें आगे बढ़ाना है. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे का अस्तित्व बना रहेगा.
हमें पार्टी में वैचारिक शुद्धिकरण की आवश्यकता: जोगी
अमित जोगी ने कहा कि हमें अब पार्टी में वैचारिक शुद्धिकरण की आवश्यकता है, हमें जयचंद और मीर जाफर को आईडेंटिफाई करना पड़ेगा और ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर करना पड़ेगा, जो लोग वैचारिक रूप से, स्व. अजीत जोगी जी के विचारों से जुड़े हुए लोग हैं. ऐसे लोगों को साथ में लेकर पार्टी को आगे बढ़ाएंगे.
9 दिसंबर से पार्टी सदस्यता अभियान की शुरुआत
अमित जोगी ने बताया कि जल्द ही हम पार्टी में सदस्यता अभियान शुरू करने जा रहे हैं. शहीद वीर नारायण सिंह की जयंती के अवसर पर सदस्यता अभियान की शुरुआत होगी. गांव-गांव जाकर सदस्य बनाएंगे. मेरा यह लक्ष्य है कि अगले 3 महीनों में कम से कम 1 लाख 11 हजार 111 लोगों को पार्टी से जोड़ेंगे.