रायपुर : शिवशंकर भट्ट ने नान घोटाले को राशन दुकान का घोटाला बताया है. भट्ट ने कहा कि 'चावल की हेराफेरी, राशन दुकानों से की गई है न कि नान के दफ्तर से'. साथ ही उन्होंने इस घोटाले के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह और खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले को जिम्मेदार ठहराया है.
बातचीत के दौरान शिवशंकर भट्ट ने क्या कहा ?
- शिवशंकर भट्ट ने कहा कि उनके पास कोई भी फाइनेंशियल पॉवर नहीं थी, बावजूद इसके उन्हें फंसाया गया है.
- शिवशंकर भट्ट ने नान के दफ्तर से करोड़ों रुपए बरामद होने की बात से साफ इंकार किया है. उन्होंने कहा है कि, 'ACB ने मेरे घर से इस कार्रवाई के दौरान मात्र 5000 रुपए बरामद किए हैं और ये पूरी कार्रवाई मुझे फंसाने के लिए फिल्मी स्टाइल में की गई है'.
- भट्ट ने ये भी स्वीकार किया है कि, उनकी मौजूदगी में 5 करोड़ रुपए बीजेपी कार्यालय में चुनाव के समय दिए गए थे. शिवशंकर ने बताया कि 'जेल में रहने के दौरान उनके घर के 9 सदस्यों की मौत हो चुकी है, जिसमें उनकी मां भी शामिल हैं.
- बातचीत के दौरान से शिवशंकर भट्ट ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सरकार से सुरक्षा की मांग की है. शिवशंकर ने सरकार से मांग की है कि 'वर्तमान में नान से जुड़े जो अधिकारी निलंबित हैं, उन्हें वापस रीस्टेट किया जाए, क्योंकि इस पूरे मामले में उनका कोई दोष नहीं है'.
- शिव शंकर की मानें तो, अब उनके पास खोने को कुछ नहीं है और उन्होंने न्याय की आस अभी भी नहीं छोड़ी है. वे चाहते हैं कि इस पूरे मामले के दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा जाए.
कहां तक पहुंचेगी जांच, किन पर गिरेगी गाज ?
अब देखने वाली बात है कि इस मामले में जांच कहां तक पहुंचती है और किस-किस के ऊपर इस घोटाले की गाज गिरेगी आने वाले समय में ही साफ हो पाएगा.