रायपुर: छत्तीसगढ़ अब 20 साल का हो गया है. 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ ने 20वां स्थापना दिवस मनाया. इस दौरान छत्तीसगढ़ शासन की ओर से स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास में अलंकरण समारोह का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 30 विभूतियों और तीन संस्थाओं को राज्य अलंकरण सम्मान से सम्मानित किया गया. इसी कड़ी में कला और संगीत क्षेत्र में अहम योगदान के लिए पद्मश्री डॉ. भारती बंधु को चक्रधर सम्मान से नवाजा गया. पद्मश्री डॉ. भारती बंधु ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने अपने अमुभवों को साझा किया.
डॉ. भारती बंधु ने बताया कि 'उन्होंने कई मंचों पर परफॉर्म किया, नेशनल और इंटरनेशनल दोनों ही श्रेणियों में सम्मानित किया गया. लेकिन जब लोग मुझसे पूछते थे कि राज्य के स्तर पर आपको क्या सम्मान दिया गया है तो अक्सर वे थोड़ा निराश हो जाया करते थे. लेकिन अब यह निराशा हट गई है. सरकार ने मुझे चक्रधर सम्मान से नवाजा है'.
सफलता के मेहनत और सब्र की जरुरत
डॉ. भारती बंधु ने बताया कि छत्तीसगढ़ में जो कलाकार हैं, वह कहीं ना कहीं मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग की देन है. तब से यहां काम कर रहे हैं जब छत्तीसगढ़ अलग भी नहीं हुआ था. हम सभी को जरूरी है कि हम सभी निरंतर मेहनत करते रहे. मेहनत करने से ही हम सभी को कामयाबी मिल सकती है. भारती बंधु कहते हैं कि आजकल के कलाकार अक्सर परेशान हो जाते हैं कि उन्हें काम नहीं मिल रहा हैं. लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए, उन्हें सब्र से काम लेना चाहिए.
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कोरोना काल ने कलाकारों के पेट पर मारी लात
भारती बंधु ने कहा कि कोरोना काल में हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है. धीरे-धीरे गाड़ी पटरी पर आ रही है. लेकिन अभी भी कलाकारों को काम मिलना शुरू नहीं हुआ है. सभी कलाकारों का परिवार होता है. ऐसा समय भी आता है जब कलाकारों को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
सरकार को देना चाहिए कलाकारों का साथ
छत्तीसगढ़ को 20 साल पूरे होने पर भारती बंधु ने कहा कि '20 साल हो चुके हैं, हर क्षेत्र में हम आगे बढ़े हैं. कला के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ आगे बढ़ा है. सभी कलाकारों को चाहिए कि वे अपने साथ-साथ अपने राज्य और अपनी संस्कृति को भी आगे बढ़ाएं. इसके अलावा सरकार को भी जरुरत है कि वह कलाकारों का साथ दें. इसके लिए अलग से कमेटी बनाई जाए. वरिष्ठ कलाकारों के नेतृत्व में नए कलाकारों को सिखने और आगे बढ़ने का मौका देना चाहिए. ताकि ब्लॉक स्तर से लेकर जिला स्तर और जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक के कलाकारों को आगे बढ़ाया जा सके'.