रांचीः छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल झारखंड में ताबड़तोड़ चुनावी सभाएं कर रहे हैं. उन्हें उम्मीद है कि जिस तरह छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार को जनता ने नकार दिया और कांग्रेस को मौका दिया, उसी तरह झारखंड में महागठबंधन की सरकार बनेगी.
रांची पहुंचे भूपेश बघेल ने ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ राजेश सिंह से बातचीत के दौरान कहा कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गुजरात में 150 प्लस की बात कही थी लेकिन आंकड़ा पहले ही रुक गया. इसके बाद छत्तीसगढ़ में आए थे, तो वहां 65 प्लस की बात कही थी. छत्तीसगढ़ में बीजेपी 15 सीटों पर अटक गई. अब झारखंड में 65 प्लस की बात कह रहे हैं. यहां उनको उतनी ही सीटें मिलेगी जितना 81 में से 65 घटा दिया जाए. महागठबंधन दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है.
झारखंड में महाराष्ट्र का असर
भूपेश बघेल ने ये भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सत्ता की भूख महाराष्ट्र में दिखाई दी. वे सत्ता के लिए किस हद तक जा सकते हैं, ये पूरे देश ने देखा है. हालांकि महाराष्ट्र में बीजेपी जिस प्रकार से चारों खाने चित हुई है, वैसे में अब वे दोबारा झारखंड में ऐसा दुस्साहस करने की हिम्मत नहीं करेगी.
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समय के साथ बदला रुख
महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए भूपेश बघेल ने बताया कि राजनीति में समय के साथ बहुत सारे समझौते करने पड़ते हैं. जो बहुत कट्टर थे, उनको भी नरम होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत सरकार चलेगी. कांग्रेस अपनी विचार धारा पर अडिग है.
भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके पहले महाराष्ट्र और हरियाणा में गए जहां भारतीय जनता पार्टी की लोकप्रियता में गिरावट आ गई. उनके राष्ट्रवाद को जनता ने नकार दिया है. जनता जान चुकी है कि वे केवल दूसरे के भरोसे सरकार चलाना चाहते हैं और वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाते हैं.