रायपुर: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा है .बावजूद इसके देश के हर कोने से कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है.कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार हाथों को सेनिटाइज करने और मास्क से मुंह ढकने की अपील की जा रही है.
मार्केट से गायब सैनिटाइजर और मास्क
छत्तीसगढ़ सरकार भी बार-बार हाथों को धोने और मुंह को मास्क से ढकने की अपील कर रही है, साथ ही किसी भी हालत में सैनिटाइजर और मास्क की कमी नहीं होने का दावा कर रही है. प्रदेश सरकार के मुताबिक 1.79 लाख लीटर सेनिटाइजर बना कर मार्केट में सप्लाई की जा रही है, जिसे 7 डिस्टलरी और 9 जिलों में 23 महिला स्व सहायता समूह के सदस्य सेनिटाइजर बनाने का काम कर रहे है लेकिन वो भी नाकाफी साबित हो रहे हैं.
ETV भारत ने की पड़ताल
ETV भारत की टीम ने जब प्रदेश के सबसे बड़े मेडिकल कॉम्प्लेक्स का दौरा किया तो वहां ना तो सैनिटाइजर मिला और ना ही मास्क मिले. दरअसल छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से मार्केट में निर्धारित दामों में मास्क और सैनिटाइजर की सप्लाई करने के लिए दौलत फार्मा और ओम फार्मा को एजेंसी बनाया गया है. ETV भारत की टीम जब इन एजेंसियों में पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया, पहले तो लोग दुकान का शटर गिराकर मिलने से इनकार करने लगे लेकिन बाद में विरोध करने पर कैमरे में इन्होंने सैनिटाइजर खत्म होने और डिमांड ज्यादा होने की बात कही. हालांकि मेडिकल व्यवसायी जल्द समस्या का समाधान होने की बात कह रहे हैं.
बता दें कि मेडिकल विशेषज्ञों ने दावा किया है कि मास्क लगाने और सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोने से कोरोना संक्रमण का खतरा कम रहता है. यही वजह है कि अचानक सैनिटाइजर की डिमांड बढ़ गई है और पूर्ति नाकाफी साबित हो रही है ऐसे में जरूरत है तो सिर्फ और सिर्फ मास्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी रोकने की.