रायपुर: कोरोना और लॉकडाउन (corona lockdown) के दौरान जहां एक ओर लोग अपने घरों पर थे. वहीं लोगों को असुविधा ना हो इसके लिए नगर निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों ने फील्ड पर काम किया. कोरोना संक्रमण के दौरान रायपुर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति पाणिग्रही ( Health Officer Tripti Panigrahi ) ने भी शहर की स्वच्छता की जिम्मा संभाली . ईटीवी भारत (ETV bharat ) ने स्वास्थ्य अधिकारी तृप्ति पाणिग्रही से खास बातचीत की.
जवाब: लगातार उच्चाधिकारियों का सपोर्ट मिलता रहा और कोरोना संक्रमण के दौरान भी उन्होंने लगातार ड्यूटी की. स्वास्थ्य विभाग एक ऐसा विभाग है जो सीधा जनता से जुड़ा हुआ है. कोरोना संक्रमण के दौरान चाहे साफ-सफाई की व्यवस्था हो या मास्क लगाने के लिए लोगों को अवेयर करना पहली प्राथमिकता है. कोरोना मरीजों का ख्याल भी रखा गया.
सवाल: आपकी 2 साल की बेटी है और उस दौरान फील्ड में आकर आपने कार्य किया ?
जवाब: कोरोना संक्रमण के दौरान साफ सफाई की व्यवस्था में सफाई कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही. उन लोगों का हमेशा से आभार व्यक्त करना चाहूंगी. वे खुद इस दौरान कोरोना पॉजिटिव भी हो गई थी, लेकिन बहुत जल्दी उसे रिकवरी मिल गई.
सवाल: एक मां के रूप में और एक अधिकारी के रूप में आप कैसे परिवार मैनेज करती हैं ?
जवाब: परिवार और मेरी नौकरी दोनों ही मेरी प्राथमिकता है और दोनों ही मेरी रिस्पॉन्सिबिलिटी है. मेरी बेटी छोटी है लेकिन एक अधिकारी होने के नाते मैं बहाना नहीं बना सकती. मैं उन महिलाओं में से हूं जो कुछ करके दिखाना चाहती हैं. मेरा काम प्रभावित ना हो और मेरी बच्ची को मां की कमी महसूस ना हो, यह दोनों जवाबदारी निभानी है. इसलिए अपनी बेटी को फील्ड पर भी लेकर जाती हैं.
सवाल: नगर निगम में आप स्वास्थ्य अधिकारी कैसे बनी है?
जवाब: वे PSC क्वॉलिफाइड करके यहां पहुंची है. वह पहले नगर निगम में प्लेसमेंट में काम करती थी. उसके बाद एग्जाम दिया. शुरू से ही वे उच्च अधिकारियों को देखती थी तो मेरे अंदर भी यह भावना रहती थी कि मुझे भी अधिकारी बनना है. कुछ करना है. शुरुआत में चीजे चैलेंजिंग थे, लेकिन पुराने अनुभव के साथ काम किया और आज भी रायपुर की सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने में कार्य जारी है.
सवाल: इस नवरात्रि में आप क्या संदेश देना चाहेंगी?
जवाब: नवरात्रि में देवी शक्ति की आराधना होती है. इस दौरान अलग ही भक्ति भाव का माहौल रहता है. मैं सभी महिलाओं को कहना चाहूंगा कि आज का दौर महिलाओं का दौर है. महिलाओं में आत्मविश्वास होना बेहद जरूरी है. जहां भी महिलाएं जाती है. उन्हें कुछ समस्याएं आती है लेकिन जब कॉन्फिडेंस रहता है तो गलत के खिलाफ भी आवाज उठाने में पीछे नहीं हटती. हमारा समाज पुरुष प्रधान हैं, लेकिन महिलाओं को आगे आना पड़ेगा. किसी भी प्रकार की अगर महिलाओं को समस्या है तो इस देवी शक्ति की तरह आगे आएं और अपनी आवाज उठाएं.