रायपुर: भारत में ट्रेन किसी भी व्यक्ति के लिए एक जगह से दूसरी जगह यात्रा करने का सबसे आसान साधन होता है. पूरे विश्व में सबसे बड़ी रेल सेवा की बात करें तो उसमें भारत का नाम सबसे ऊपर आता है. जहां रोजाना दो करोड़ से ज्यादा लोग सफर करते हैं. ऐसे में रेलवे स्टेशन के पास भी कई दुकान, होटल खुले रहते हैं. जिससे जो रेलयात्री आते हैं वह उनके होटल में रह सकें, या खाना खा सकें. लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से रेलवे स्टेशन के बाहर खुली कई दुकानें आज बंद पड़ी हैं.
स्टेशन के बाहर लोगों के ठहरने के लिए जो होटल बने हुए हैं, वह भी बिल्कुल खाली हैं. ऐसे में जो कारोबार रेल यात्रियों पर ही आश्रित रहा करते थे आज उनका बिजनेस बिल्कुल ठप हो गया है. रेल यात्राओं को पिछले 2 महीने से बंद कर दिया गया है. जिसकी मार रेल यात्रियों के भरोसे रहने वाले कारोबारियों पर पड़ रही है. चाहे वो रुकने के लिए होटल हो या खाने-पीने का होटल, सब बिल्कुल बंद पड़े हुए हैं. अनुमान के मुताबिक इन 2 महीनों में होटल कारोबारियों को 50 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
दुकानदारों ने बांट दी मिठाइयां
होटल संचालक विशाल कुकरेजा ने बताया कि अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से उनके दुकान में रखी हुई सारी मिठाइयों को या तो उन्होंने आसपास के लोगों को बांट दिया या तो सस्ते में बेच दिया, जिससे मिठाइयों को फेंकना ना पड़े. राजधानी के रेलवे स्टेशन के बाहर के कई दुकानों का कारोबार आज बिल्कुल खत्म हो गया है. अब कब रेल सेवा चालू होगी और यात्री आना-जाना चालू करेंगे ये अनुमान लगाना मुश्किल है.
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दुकान में काम करने वालों को परेशानी
मिठाई दुकान संचालक मनीष खंडेलवाल ने बताया कि कई दुकानें एसी हैं जहां लगभग 3 हजार लोग काम करते थे. जिनके आज रोजी-रोटी तक छिन गई है. लॉकडाउन के कारण होटल, मिठाई दुकान या खाने की दुकानें बंद हैं. होटल और दुकानों में काम करने वाले लोगों को अपना परिवार चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.