रायपुर: शीर्ष व्यापारिक संगठन CAT (कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स) ने भारत बंद का आह्वान किया था. लेकिन इस बंद का छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मिला-जुला असर देखने को मिला. शहर में कुछ दुकानें पूरी तरह बंद रही, तो वहीं ज्यादातर क्षेत्रों में मार्केट खुले नजर आए. इन बाजारों में लोग भी खरीदारी करते दिखे. आम दिनों की तरह ही बाजार में रौनक देखने को मिली.
भारत बंद को लेकर व्यापारियों ने भी कहा कि बंद जैसा नहीं लग रहा है. इसलिए उन्होंने भी अपनी दुकानें खोली है. इस दौरान वे लॉकडाउन के दर्द को भी बयां करते नजर आए. व्यापारी ने कहा कि लॉकडाउन में काफी परेशानी हुई है. उसके बाद अब बंद करने का कोई औचित्य नहीं है. कुछ व्यापारी यह भी कहते नजर आए कि सुबह के समय जरूर कुछ लोगों ने जबरदस्ती दुकानें बंद कराई थी, लेकिन अब फिर से दुकानें खुल गई है.
![effect-of-bharat-bandh-in-raipur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rpr-02-bharatband-avb-7204363_26022021134137_2602f_1614327097_1070.jpg)
बस्तर में दिखा भारत बंद का असर, GST को सरल करने की मांग
80 प्रतिशत असर दिखा: राजकुमार
कैट के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार राठी का कहना है कि भारत बंद का 80 प्रतिशत असर देखने को मिला है. बंद का व्यापक असर न देखे जाने को लेकर उन्होंने कहा कि उनके बंद को लेकर पहले से तैयारी नहीं की गई थी. इस कारण से बंद उस तरीके से नहीं हो सका है. हालांकि वे यह जरूर कहते नजर आए कि उनके बंद को सभी ने अपना समर्थन दिया है. जो जीएसटी की विसंगतियां है उसे दूर करने के लिए व्यापारी एकजुट हुए हैं. राठी का कहना था कि जीएसटी को लेकर जो प्रावधान किए गए हैं और जेल का भी जो प्रावधान किया गया है, यह न्याय संगत नहीं है. क्योंकि जीएसटी से संबंधित कानून की जानकारी तो सीए और वकीलों तक को नहीं है. वे भी इससे परेशान हैं.
![effect-of-bharat-bandh-in-raipur](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rpr-02-bharatband-avb-7204363_26022021134137_2602f_1614327097_800.jpg)
क्या है कैट की मांग ?
कैट ने सरकार के सामने जीएसटी प्रणाली को सरल और युक्तिसंगत बनाने की मांग रखी है. टैक्स स्लैब की समीक्षा करने की भी मांग भी कैट ने की है. कैट ने इस बारे में सरकार से बात की.