रायपुर : शिक्षाकर्मियों की सालों पुरानी मांग इस दिवाली पर अलग अंदाज में देखने को मिल रही है. शिक्षाकर्मियों ने हमेशा से अपने आंदोलनों को नए तरीके से कर सरकार को झुकाने का प्रयास किया है.
दिवाली पर प्रदेश सरकार का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कराने के लिए शिक्षाकर्मियों ने कहीं संविलियन दीप जलाया, तो कहीं संविलियन की गुहार लगाती रंगोली बनाई. शिक्षण व्यवस्था को प्रभावित किए बिना ही नए-नए तरीके से सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं. प्रदेश भर के सोशल मीडिया में रंगोली और पेंटिग शेयर किए जा रहे हैं.
गाना रिलीज हुआ और रिंगटोन भी बनाया
महासमुंद के उत्तर कुमार कलेट ने संविलियन गीत बनाया है. गाने में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से संविलियन के लिए गुहार लगाई गई है. इसका ऑडियो सॉन्ग रिलीज करके शिक्षाकर्मियों ने अपना रिंगटोन भी बना बनाया है.
25 हजार शिक्षाकर्मियों की मांग
प्रदेश में 25 हजार शिक्षाकर्मी ऐसे हैं, जो वर्तमान में संविलियन से वंचित हैं. इस वक्त सभी पंचायत विभाग में सेवा दे रहे हैं और शिक्षा विभाग में संविलियन की राह देख रहे हैं. आने वाले बजट सत्र से पहले शिक्षाकर्मी माहौल को संविलियन के पक्ष में बनाने में लगे हैं.
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रमन सिंह ने किया था ऐलान
साल 2018 के आंदोलन में शिक्षाकर्मी प्रदेश सरकार से अपनी बात मनवाने में कामयाब हुए थे पर मांग ऐलान के बाद भी पूरी नहीं हो सकी और अब प्रदेश में सरकार भी बदल चुकी है. दरअसल, 2018 में शिक्षाकर्मियों ने स्कूल से निकल कर जमीन की लड़ाई लडी थी. आंदोलन के खत्म होने बाद सोशल मीडिया में जंग जारी रही, जिसके बाद तात्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह को मंच से शिक्षाकर्मियों के संविलियन का ऐलान करना पड़ा था, लेकिन अब सरकार बदल चुकी है, उनकी मांग अब तक पूरी नहीं हुई है.