रायपुर : अनानास औषधि गुणों से युक्त फल है. जो पाइनएप्पल के नाम से मशहूर है. इस फल में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व पाया जाता है.जो पेट के रोग के इलाज के लिए काफी लाभप्रद माना जाता है. प्रदेश के किसान अनानास की खेती कब और कैसे करें कौन सा मौसम उपयुक्त होता है और किस मौसम में इसकी खेती की जाए. जिससे अधिक मुनाफा और लाभ कमाया जा सके. अनानास की खेती देश के कई राज्यों के किसान कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के कुछ जगहों पर अनानास की खेती की जा रही है. अनानास की खेती के लिए सबसे उपयुक्त मौसम ठंड को माना गया है.(Earn profit by cultivating pineapple)
कैसे करें अनानास की खेती : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय (Indira Gandhi Agricultural University) के फल वैज्ञानिक डॉक्टर घनश्याम साहू (Fruit Scientist Dr Ghanshyam Sahu) ने बताया कि "प्रदेश के किसानों को अनानास की खेती करने के लिए कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है. सिंगल कतार और डबल कतार के माध्यम से अनानास की खेती कर सकते हैं. किसान अनानास की खेती सिंगल कतार के माध्यम से करते हैं. तो पौधे से पौधे की दूरी 1 फीट और कतार से कतार की दूरी 1 फीट की रखनी चाहिए. इस तरह से किसान 1 हेक्टेयर क्षेत्र में 20 हजार अनानास के पौधे लगा सकते हैं. किसान डबल कतार के माध्यम से अनानास की खेती करते हैं. तो पौधे से पौधे की दूरी डेढ़ फीट और कतार से कतार की दूरी डेढ़ फीट रखनी चाहिए. इस तकनीक का उपयोग करके किसान 1 हेक्टेयर में लगभग 30 हजार अनानास के पौधे लगा सकते हैं. किसानों के पास पानी की सुविधा है. तो अक्टूबर नवंबर का महीना या फिर फरवरी के महीने में भी अनानास की खेती प्रारंभ कर सकते हैं."
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कितने महीने में आते हैं फल : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के फल वैज्ञानिक डॉ घनश्याम साहू के मुताबिक "अनानास के कीव और ज्वॉइंट कीव किस्म प्रदेश के लिए उपयुक्त किस्म माने गए हैं. प्रदेश के किसान अनानास की खेती कम प्रबंधन और देखरेख में अच्छी पैदावार ले सकते हैं. अनानास की खेती शकर, क्राउन और स्लीप विधि से करके 16 से 18 महीने में अनानास का फल मिलने लगेगा. अनानास में कीट और बीमारी का प्रकोप भी देखने को मिलता है. अनानास में बीमारी बेस रॉड, क्राउन रॉड और लीफ रॉड देखने को मिलती है. इसके साथ ही अनानास में मिली बक्क जैसे कीट का प्रकोप देखने को मिलता है. इसके बचाव के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करना किसानों को जरूरी होता है. जिससे अनानास के फसल को बचाया जा सके."