रायपुर: बुधवार को हिट एंड रन कानून के विरोध में वाहन चालक एकजुट होकर दोबारा हड़ताल पर उतरे. इस हड़ताल को कुछ ड्राइवरों का समर्थन मिला तो कुछ ने रोज की तरह बसों का संचालन जारी रखा. इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कार्यालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के हवाले से ट्वीट कर जानकारी दिया कि हिट एंड रन कानून से संबंधित भारतीय न्याय संहिता के नए प्रावधान अभी लागू नहीं होंगे. सीएमओ द्वारा ट्वीट के बाद प्रदेशभर में ड्राइवर संघ ने हड़ताल स्थगित कर दिया है.
सीएमओ के ट्वीट के बाद हड़ताल स्थगित: सीएमओ द्वारा ट्वीट कर कानून लागू करने से पहले ड्राइवरों से चर्चा करने के केंद्रीय गृह मंत्रालय के फैसले की जानकारी दी गई. इस संबंध में छत्तीसगढ़ सीएमओ के ट्वीट में कहा गया है कि, "केंद्र सरकार द्वारा भारतीय न्याय संहिता की धारा 106(2) लागू करने से पहले अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस से विचार विमर्श करने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा. भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने हिट एंड रन कानून से संबंधित भारतीय न्याय संहिता के नए प्रावधान अभी लागू नहीं होने के संबंध में पत्र और वीडियो भी जारी किया है."
सीएम साय ने अफवाओं से बचने की अपील: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेशवासियों से हिट एंड रन कानून के नए प्रावधानों के संबंध में फैलाई जा रही अफवाओं से बचने की अपील की है. सीएम साय ने कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर फेक पत्र के माध्यम से फैलाई जा रही भ्रामक जानकारी पर विश्वास नहीं करने की अपील की है. छत्तीसगढ़ सीएमओ द्वारा ट्वीट कर यह जानकारी दी गई है.
कल से काम पर वापस लौटने का निर्देश: प्रदेशभर में ड्राइवर संघ ने हड़ताल स्थगित कर दिया है. छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सेन ने कहा, "मुख्यमंत्री द्वारा ट्विटर में लिखा गया है कि रन और हिट कानून लागू होने के पहले ड्राइवर संगठन से विचार विमर्श और बात करने के बाद ही इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कार्यालय की ट्वीट के बाद छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने ड्राइवर को हड़ताल समाप्त कर 11 जनवरी से काम पर वापस लौटने का निर्देश जारी किया है.
हड़ताल का मिला जुला रहा असर: 7 जनवरी और 9 जनवरी को ड्राइवरों की बैठक में निर्णय लिया गया था कि 10 जनवरी से फिर एक बार अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएगा. जिसके बाद बुधवार की सुबह से रायपुर में दूसरे राज्य जाने वाली कई यात्री बसें बंद थी. हालांकि 50 फीसदी बसें और ट्रकों का संचालन जारी रहा. लेकिन हो रही हैं. कुछ बस और ट्रक के ड्राइवरों ने वाहन चालकों के हड़ताल को समर्थन दिया है तो कुछ ड्राइवर ने नहीं. कुछ अपने वाहनों को हर रोज की तरह सुचारू रूप से संचालित कर रहे हैं. यात्रियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए बस स्टैंड में पुलिस बल भी लगाया गया है. राजधानी के बस स्टैंड में जो बसें खड़ी हुईं हैं, उन बसों को पुलिस बल द्वारा निर्धारित समय पर रवाना किया गया.