रायपुर: हाल ही में नई दिल्ली में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स इंडिया की ओर से नेशनल हेल्थ समिट का आयोजन किया गया था. इसमें डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर होने वाले हमलों को रोकने के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों पर चर्चा हुई. ये चर्चा विस्तार से की गई. इसमें छत्तीसगढ़ की अगुवाई डॉक्टर राकेश गुप्ता ने की है.
डॉक्टर राकेश गुप्ता ने समिट में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया: नेशनल हेल्थ समिट के बारे में एएचपीआई छत्तीसगढ़ चैप्टर के महासचिव अतुल सिंघानिया ने कई जानकारियां दी. उन्होंने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए इस हेल्थ समिट में एएचपीआई छत्तीसगढ़ अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता शामिल हुए. समिट में आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शरद अग्रवाल, महासचिव डॉ अनिल कुमार नायक, आगामी चयनित राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आर वी अशोकन थे. साथ ही एएचपीआई के पैट्रन डॉ एलेक्जेंडर थॉमस, राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ भाबातोश बिश्वास, डायरेक्टर जनरल डॉ. गिरिधर ज्ञानी सहित देश भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हुए. सभी ने अपनी-अपनी बात रखी.
स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला गंभीर विषय: वहीं, डॉ राकेश गुप्ता ने कहा कि "स्वास्थ्य कर्मियों पर होने वाला हमला बेहद गंभीर विषय है. हमारे देश में एक मजबूत स्वास्थ्य सुविधा का ढांचा बनाने के लिए इस ज्वलंत विषय का समाधान बहुत जरूरी है. पूरे प्रस्ताव को दिल्ली डिक्लेरेशन का नाम दिया गया है. गहन विचार विमर्श के बाद एएचपीआई और आईएमए का केंद्रीय नेतृत्व इस प्रस्ताव को केंद्र शासन को सौंपेगा."
बता दें कि अक्सर अचानक अस्पताल में हुई मौत के बाद परिजनों की नाराजगी चिकित्सकों को झेलनी पड़ती है. कई बार परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हैं और डॉक्टरों से मारपीट भी करते हैं. इसके हल को लेकर दिल्ली में डॉक्टर राकेश गुप्ता ने विस्तार से चर्चा की है.