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Diwali Special 2023: इस दिवाली रायपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में कीजिए पूजा, मिलेगा धन और ऐश्वर्य का वरदान ! - रायपुर में लक्ष्मी नारायण का प्राचीन मंदिर

Diwali Special 2023: रायपुर में माता लक्ष्मी और भगवान नारायण का एक प्राचीन मंदिर है. यहां दीपावली के मौके पर भक्त मांं लक्ष्मी और नारायण के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. पूजा अर्चना करते हैं, ऐसा कहा जाता है कि यहां जो मनोकामना मांगी जाती है, वह पूरी होती है.

Lakshmi Narayan temple in Raipur
रायपुर में लक्ष्मी नारायण का प्राचीन मंदिर
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 11, 2023, 11:10 PM IST

इस दिवाली लक्ष्मी नारायण के मंदिर में करें पूजा

रायपुर: दीपावली के मौके पर मां लक्ष्मी की खास पूजा-अर्चना होती है. रायपुर में लक्ष्मी नारायण मंदिर में दीपावली के दिन भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है. ये मंदिर 18वीं शताब्दी में तैयार किया गया था. दीपावली के मौके पर यहां भारी भीड़ उमड़ती है. आइए दीपवली के मौके पर हम आपको रायपुर के लक्ष्मी नायारण मंदिर के बारे में बताते हैं.

18वीं शताब्दी में तैयार हुआ था ये मंदिर: वैसे तो रायपुर में लक्ष्मी नारायण मंदिर के कई मंदिर हैं. लेकिन उन मंदिरों में से एक मंदिर रायपुर के सती बाजार में स्थित लक्ष्मी नारायण का मंदिर है. इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में हुआ था. इस मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा विराजमान है. लक्ष्मी नारायण के इस मंदिर में खास तौर पर गुरुवार और शुक्रवार के दिन भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है. लोग अपनी मनोकामना के लिए लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंचते हैं और अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए पूजा करते हैं.

लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी क्या कहते हैं: लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी ओमकार पांडेय कहते हैं कि, "वे पिछले 20 सालों से मंदिर में पुजारी का काम करते हैं. इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में हुआ था. श्रद्धालुओं की भीड़ लक्ष्मी नारायण मंदिर में गुरुवार और शुक्रवार के दिन रहती है. गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का माना जाता है. शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी का रहता है. इसलिए इन दोनों दिनों में भक्तों की संख्या ज्यादा होती है. भगवान लक्ष्मी नारायण के बीच में भगवान गणेश की प्रतिमा भी विराजमान है. भगवान लक्ष्मी नारायण की प्रतिमा के ठीक सामने भगवान विष्णु का वाहन गरुड़ पक्षी भी बैठा हुआ है."

यह मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है. लोग भगवान लक्ष्मी नारायण के दर्शन के लिए हमेशा पहुंचते हैं. लेकिन सामान्य दिनों की तुलना में भक्तों की ज्यादा संख्या गुरुवार और शुक्रवार को दिखाई पड़ती है. अन्नकूट यानी गोवर्धन पूजा के दिन सत्ती बाजार के इस लक्ष्मी नारायण मंदिर में भंडारे का भी आयोजन किया जाता है.-दीपक बंजारी, श्रद्धालु

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दीपावली पर पहुंचते हैं भक्त: रायपुर में लक्ष्मी नारायण का मंदिर सत्ती बाजार में कमाती पारा, जैतूसाव मठ, दूधाधारी मठ और कोटा में है. इन मंदिरों में भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी विराजमान है. इन मंदिरों में सामान्य दिनों की तुलना में भक्तों की भीड़ गुरुवार और शुक्रवार को देखने को मिलती है. दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन के लिए भी लोग यहां पहुंचते हैं. भक्त लक्ष्मी नारायण मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

इस दिवाली लक्ष्मी नारायण के मंदिर में करें पूजा

रायपुर: दीपावली के मौके पर मां लक्ष्मी की खास पूजा-अर्चना होती है. रायपुर में लक्ष्मी नारायण मंदिर में दीपावली के दिन भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है. ये मंदिर 18वीं शताब्दी में तैयार किया गया था. दीपावली के मौके पर यहां भारी भीड़ उमड़ती है. आइए दीपवली के मौके पर हम आपको रायपुर के लक्ष्मी नायारण मंदिर के बारे में बताते हैं.

18वीं शताब्दी में तैयार हुआ था ये मंदिर: वैसे तो रायपुर में लक्ष्मी नारायण मंदिर के कई मंदिर हैं. लेकिन उन मंदिरों में से एक मंदिर रायपुर के सती बाजार में स्थित लक्ष्मी नारायण का मंदिर है. इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में हुआ था. इस मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा विराजमान है. लक्ष्मी नारायण के इस मंदिर में खास तौर पर गुरुवार और शुक्रवार के दिन भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है. लोग अपनी मनोकामना के लिए लक्ष्मी नारायण मंदिर पहुंचते हैं और अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए पूजा करते हैं.

लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी क्या कहते हैं: लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी ओमकार पांडेय कहते हैं कि, "वे पिछले 20 सालों से मंदिर में पुजारी का काम करते हैं. इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में हुआ था. श्रद्धालुओं की भीड़ लक्ष्मी नारायण मंदिर में गुरुवार और शुक्रवार के दिन रहती है. गुरुवार का दिन भगवान विष्णु का माना जाता है. शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी का रहता है. इसलिए इन दोनों दिनों में भक्तों की संख्या ज्यादा होती है. भगवान लक्ष्मी नारायण के बीच में भगवान गणेश की प्रतिमा भी विराजमान है. भगवान लक्ष्मी नारायण की प्रतिमा के ठीक सामने भगवान विष्णु का वाहन गरुड़ पक्षी भी बैठा हुआ है."

यह मंदिर काफी प्राचीन मंदिर है. लोग भगवान लक्ष्मी नारायण के दर्शन के लिए हमेशा पहुंचते हैं. लेकिन सामान्य दिनों की तुलना में भक्तों की ज्यादा संख्या गुरुवार और शुक्रवार को दिखाई पड़ती है. अन्नकूट यानी गोवर्धन पूजा के दिन सत्ती बाजार के इस लक्ष्मी नारायण मंदिर में भंडारे का भी आयोजन किया जाता है.-दीपक बंजारी, श्रद्धालु

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दीपावली पर पहुंचते हैं भक्त: रायपुर में लक्ष्मी नारायण का मंदिर सत्ती बाजार में कमाती पारा, जैतूसाव मठ, दूधाधारी मठ और कोटा में है. इन मंदिरों में भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी विराजमान है. इन मंदिरों में सामान्य दिनों की तुलना में भक्तों की भीड़ गुरुवार और शुक्रवार को देखने को मिलती है. दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन के लिए भी लोग यहां पहुंचते हैं. भक्त लक्ष्मी नारायण मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

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