रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अनुपूरक बजट पर प्रस्ताव पेश किया. जिसके बाद विपक्ष की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने चर्चा शुरू की. रमन सिंह ने कहा कि इसमें कुछ ऐसे प्रावधान हैं, जो पिछले बजट में भी रखे गए थे. सिंह ने कहा कि पिछले बजट में जो प्रावधान रखे गए थे, उन्हें फिर इस बजट में जोड़ दिया गया है.
- पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि इसमें धान का बोनस, कर्जमाफी, चना वितरण और नमक वितरण जैसे प्रावधानों को शामिल नहीं किया गया है.
- रमन सिंह ने कहा कि आने वाले वक्त में प्रदेश की अर्थव्यवस्था की स्थिति क्या होने वाली है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है. सिंह ने कहा कि बजट देखकर लगता है विकास रुक जाएगा और प्रदेश 15 साल पीछे चला जाएगा.
- रमन सिंह ने कहा कि इन्फ्रॉस्ट्रक्चर की दिशा में ध्यान नहीं दिया गया है. पिछले 15 साल 32 हजार 8 सौ करोड़ का लोन लिया गया. लेकिन सरकार ने पिछले 7 महीने में 11 हजार 3 सौ करोड़ का लोन ले लिया. अनुपूरक बजट के बाद ये राशि 15 हजार करोड़ की हो जाएगी.
- रमन सिंह ने कहा कि सरकार ने 10 दिन के अंदर कर्जमाफी की बात कही थी लेकिन 7 महीने बीत गए अभी पूरी तरह कर्जमाफी नहीं हुई है.