रायपुर: कांग्रेस सरकार के प्रदेश में 3 साल पूरे हो जाने के बावजूद आज तक प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी नहीं हो पाई है. इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बघेल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए जनता से झूठ बोलती है. प्रदेश में शराबबंदी करने के लिए ना कांग्रेस को जनता ने बोला था ना अन्य दल ने. ये चुनाव जीतने के लिए झूठ बोलते हैं.
कांग्रेस की फितरत में है जनता से झूठ बोलना
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार हमेशा अपने वादों से मुकरती रही है. कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र में ऐसे कई वादे किए हैं जिसे आज तक वह पूरा नहीं कर पाई है. शराबबंदी की बात करें तो पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने जो बयान दिया है. इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस वादाखिलाफी कर रही है. सरकार शराब को आय का जरिया मानती है. प्रदेश में अब तक शराबबंदी हो जानी चाहिए थी. लेकिन 3 साल हो गया है. अभी तक शराबबंदी नहीं हो पाई है. आज जिस तरह से उन्होंने बयान दिया है, जनता ने कांग्रेस से मांग नहीं की थी कि आप शराबबंदी करें या कोई अन्य पार्टी और दल ने आपसे नहीं कहा था कि आप शराबबंदी करें. लेकिन चुनाव जीतने के लिए झूठ बोलना, प्रलोभन देना, बल का प्रयोग करना कांग्रेस की फितरत में है. चुनाव जीतने के बाद किस तरह जनता से वादाखिलाफी की जाती है यह कांग्रेस के चरित्र में आपको देखने को मिलेगा.
शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार
3 साल में लगातार शिक्षा विभाग विवादों में रहा है. चाहे वह पदस्थापना, पोस्टिंग का मामला हो या पैसे के लेनदेन का मामला. बिलासपुर में ऐसा ही एक मामला आया था जिसमें 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन पर आगे की कार्रवाई की जा रही है. इसी प्रकार से बीच में एक डायरी पकड़ाई गई थी, जिसे शासन द्वारा दबाने का प्रयास किया. इसके साथ ही अन्य कई सारे मामले हैं. पारदर्शिता नाम की चीजें इस सरकार में समाप्त हो चुकी है.
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह जारी किया गया था कि 1 तारीख से ऑनलाइन व्यवस्था की जाएगी. सारी शिकायतें ऑनलाइन ली जाएगी. लेकिन अभी तक ऐसी कई शिकायतें हैं जिसका निराकरण नहीं नहीं हो पाया है. सरकार को पहले ऑफलाइन जितने कंप्लेन आए हैं. उसका निराकरण जल्द से जल्द करना चाहिए.
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बिजली कटौती से जनता परेशान
छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्यों को बिजली दी जाती है लेकिन छत्तीसगढ़ में अभी भी ऐसे कई ग्रामीण एरिया हैं जहां पर आज भी बिजली आती-जाती रहती है. छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ को बदतर स्थिति में पहुंचा दिया है. छत्तीसगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी 500 घंटे से ज्यादा बिजली कटौती होती है. जिससे ना केवल किसान बल्कि ग्रामीण भी परेशान हैं.