ETV Bharat / state

Dhanteras 2023 जानिए क्या है धनतेरस की मान्यता और पूजन का शुभ मुहूर्त

author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 7, 2023, 6:01 AM IST

Updated : Nov 10, 2023, 7:08 AM IST

Dhanteras 2023 दीपावली का त्यौहार अपने साथ खुशियां लाता है. पूरे भारतवर्ष में इस त्यौहार का इंतजार हर एक परिवार को रहता है. धनतेरस के साथ इस पर्व की शुरुआत मानी जाती है.Worship Of Dhanteras

Worship Of Dhanteras
धनतेरस की मान्यता और पूजन का शुभ मुहूर्त
धनतेरस की मान्यता और पूजन का शुभ मुहूर्त

रायपुर : भारत वर्ष में दीपावली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है. पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व के हर एक दिन का अलग महत्व है.लेकिन इस बार ग्रह नक्षत्र के योग के कारण दीपावली पांच दिन की ना होकर छह दिन मनाई जाएगी.दीपावली की पहले दिन को धनतेरस या धन त्रयोदशी भी कहते हैं. धनतेरस का त्यौहार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. धनतेरस के दिन धन की देवी धन्वंतरि की पूजा होती है. दीपावली के पहले मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस का पर्व बहुत खास होता है. यह त्यौहार 10 नवंबर शुक्रवार को मनाया जाएगा.


क्या है धनतेरस की मान्यता ? : ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "धनतेरस या धनत्रयोदशी के दिन ऐसी मान्यता है कि आज के दिन कोई भी चीज की खरीदी करते हैं, तो वह 13 गुना बढ़ जाती है. इस वजह से लोग आज के दिन बर्तन सोना चांदी, कपड़े, मकान, गाड़ियां जैसी चीजों की खरीदी करते हैं. धनतेरस या धनत्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना करने से जीवन में धन-धान्य की संपन्नता बनी रहती है. इस दिन सोना और चांदी के चीज खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.



धनतेरस शुभ मुहूर्त : धनतेरस के पूजा का शुभ मुहूर्त की बात करें, तो इस साल धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:47 से रात्रि 7:47 तक 2 घंटे की अवधि रहेगी. ऐसी भी मान्यता है कि धनतेरस के दिन 13 दीए जलाए जाते हैं. धनतेरस की पूजा में देवी लक्ष्मी, गणेश धनवंतरि और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है. इस पूजा में फूल माला और आटे का हलवा गुड़ के साथ धनिया के बीज या बूंदी के लड्डू भी अर्पित किए जाते हैं.

अबूझमाड़ के बच्चों ने डांस और मलखंभ से सीएम बघेल को किया कायल
अबूझमाड़ के बच्चों ने रोमांचक मलखंभ से CM बघेल को किया कायल


छह दिनों की होगी दीपावली : साल 2023 में दीपावली का पर्व 5 दिनों के बजाय 6 दोनों का होगा. 10 नवंबर शुक्रवार को धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा. 11 नवंबर शनिवार को नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा. 12 नवंबर रविवार के दिन दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन का पर्व मनाया. जाएगा 13 तारीख सोमवार को सोमवती अमावस्या मनाया जाएगा. 14 तारीख मंगलवार को गोवर्धन पूजा और 15 नवंबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा.

धनतेरस की मान्यता और पूजन का शुभ मुहूर्त

रायपुर : भारत वर्ष में दीपावली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है. पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व के हर एक दिन का अलग महत्व है.लेकिन इस बार ग्रह नक्षत्र के योग के कारण दीपावली पांच दिन की ना होकर छह दिन मनाई जाएगी.दीपावली की पहले दिन को धनतेरस या धन त्रयोदशी भी कहते हैं. धनतेरस का त्यौहार कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. धनतेरस के दिन धन की देवी धन्वंतरि की पूजा होती है. दीपावली के पहले मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस का पर्व बहुत खास होता है. यह त्यौहार 10 नवंबर शुक्रवार को मनाया जाएगा.


क्या है धनतेरस की मान्यता ? : ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी ने बताया कि "धनतेरस या धनत्रयोदशी के दिन ऐसी मान्यता है कि आज के दिन कोई भी चीज की खरीदी करते हैं, तो वह 13 गुना बढ़ जाती है. इस वजह से लोग आज के दिन बर्तन सोना चांदी, कपड़े, मकान, गाड़ियां जैसी चीजों की खरीदी करते हैं. धनतेरस या धनत्रयोदशी के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा अर्चना करने से जीवन में धन-धान्य की संपन्नता बनी रहती है. इस दिन सोना और चांदी के चीज खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.



धनतेरस शुभ मुहूर्त : धनतेरस के पूजा का शुभ मुहूर्त की बात करें, तो इस साल धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:47 से रात्रि 7:47 तक 2 घंटे की अवधि रहेगी. ऐसी भी मान्यता है कि धनतेरस के दिन 13 दीए जलाए जाते हैं. धनतेरस की पूजा में देवी लक्ष्मी, गणेश धनवंतरि और भगवान कुबेर की पूजा की जाती है. इस पूजा में फूल माला और आटे का हलवा गुड़ के साथ धनिया के बीज या बूंदी के लड्डू भी अर्पित किए जाते हैं.

अबूझमाड़ के बच्चों ने डांस और मलखंभ से सीएम बघेल को किया कायल
अबूझमाड़ के बच्चों ने रोमांचक मलखंभ से CM बघेल को किया कायल


छह दिनों की होगी दीपावली : साल 2023 में दीपावली का पर्व 5 दिनों के बजाय 6 दोनों का होगा. 10 नवंबर शुक्रवार को धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा. 11 नवंबर शनिवार को नरक चतुर्दशी का पर्व मनाया जाएगा. 12 नवंबर रविवार के दिन दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन का पर्व मनाया. जाएगा 13 तारीख सोमवार को सोमवती अमावस्या मनाया जाएगा. 14 तारीख मंगलवार को गोवर्धन पूजा और 15 नवंबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा.

Last Updated : Nov 10, 2023, 7:08 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.