रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में रविवार को मुख्यमंत्री निवास में कैबिनेट की बैठक हुई. जिसमें सभी विभागों के मंत्रियों के साथ तमाम विभाग के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए. बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई.
बैठक के बाद सीएम बघेल ने कहा कि लॉकडाउन के संबंध में सभी मंत्रियों से महत्वपूर्ण सुझाव मिले हैं. आगे इसपर भारत सरकार की गाइड लाइन के तहत फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के उपायों को लागू करने में सभी मंत्रियों के नेतृत्व में अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम सराहनीय काम कर रही है. बैठक में प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग किट, मास्क, पीपीई किट, ग्लब्स, सैनिटाइजर, वेंटिलेटर की उपलब्धता, आइसोलेशन वार्ड, क्वॉरेंटाइन सेंटर, डेडिकेटेड कोविड-19 अस्पताल, ग्रामीणों को रोजगार, कृषि से जुड़ी तैयारियों, पेयजल की स्थिति समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
राशन कार्डधारियों को खाद्यान्न वितरण की समीक्षा
सीएम बघेल ने महिलाओं एवं बच्चों को पूरक पोषण आहार, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत सूखा राशन, राशन कार्डधारियों को दो महीने का खाद्यान्न वितरण समेत तमाम राहत कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने नक्सल प्रभावित जिलों की उचित मूल्य की दुकानों में बरसात के लिए राशन का भंडारण सुरक्षा के साथ करने को कहा.
ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था
बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग के समान ही उच्च शिक्षा विभाग को स्नातक, स्नातकोत्तर की कक्षाओं में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि इस दौरान जानकारी दी गई कि इंजीनियरिंग कॉलेज और आईटीआई में ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है.
अधिकारियों-कर्मचारियों की तारीफ
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से प्रदेश के सभी जिम्मेदार पूरी ताकत से लड़ रहे हैं. इसका परिणाम भी छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर चुनौती है, जिसका सामना करने के लिए सभी विभाग को एक साथ कामना है. मुख्यमंत्री ने सोशल डिस्टेसिंग की जगह फिजिकल डिस्टेसिंग को महत्व देने की बात कही.