रायपुर : सड़क दुर्घटनाओं में दो पहिया वाहन चालकों की मौतों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है. अधिकांश मौतें सिर पर गंभीर चोटें लगने की वजह से हो रही है. बावजूद इसके दो पहिया वाहन में चलने वाले हेलमेट की अनदेखी कर रहे हैं. 2019 से 2021 तक 3 वर्षों में हेलमेट नहीं लगाने वाले 8789 लोगों की मौत हो गई है. विडंबना ये है कि बड़ी संख्या में ऐसे वाहन चालक हैं. जिन्हें यातायात पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान में मुफ्त में हेलमेट मिला है. उसके बाद भी हेलमेट का उपयोग नहीं कर रहे हैं.सड़क दुर्घटनाओं में हर वर्ष हजारों लोगों की जाने जा रही हैं. इसमें कार और दोपहिया सवारों की संख्या सबसे ज्यादा है. दुर्घटनाओं के आंकड़ों के विश्लेषण में सामने आया है कि दोपहिया में हेलमेट नहीं लगाने वाले वाहन चालकों की सबसे ज्यादा जाने गई हैं.
साल 2021 में कितनी मौतें : वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट नहीं लगाने वाले 3350 दुपहिया सवारों की मौतें हुई हैं. गंभीर रूप से घायल 942 और माइनर चोंटे 4693 को आई हैं. वहीं वर्ष 2020 में हेलमेट नहीं लगाने वाले 2820 की मौतें हुई है. 1024 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. 4298 को माइनर चोटें आई हैं. साल 2019 में हेलमेट नहीं लगाने वाले 2618 दोपहिया सवारों की मौत हुई हैं. 1043 गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
हर साल बढ़ रही मृतकों की संख्या : सड़क दुर्घटना में हेलमेट नहीं लगाने वालों मृतकों की संख्या हर साल बढ़ रही है. 2019 के मुकाबले 2000-21 में 732 ज्यादा ऐसे लोगों की मौतें हुई है. जिन्होंने हेलमेट नहीं लगाए थे. उधर कार दुर्घटनाओं में मृतकों से कई गुना ज्यादा दोपहिया में मृतकों की संख्या है.
घर में शोभा बढ़ा रहे मुफ्त में मिले हेलमेट : यातायात पुलिस ने कुछ समय पहले अभियान चलाकर बड़ी संख्या में हेलमेट बांटे थे. कई कंपनियों सामाजिक और व्यापारिक संस्थाओं ने हजारों की संख्या में हेलमेट बांटे हैं. इसके बाद भी बड़ी संख्या में दोपहिया चालक बिना हेलमेट के वाहन चलाते नजर आते हैं. मुफ्त में मिले हेलमेट लोगों ने घर में रख छोड़े हैं. संभवत यातायात पुलिस द्वारा जांच अभियान चलाया जाने पर हेलमेट फिर निकलेंगे. यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि ''ट्रैफिक पुलिस बिना हेलमेट वालों के खिलाफ चलानी कार्रवाई कर रही है. हेलमेट को लेकर अभियान में तेजी लाएंगे.''
छत्तीसगढ़ में हेलमेट ना पहनना पड़ रहा भारी, 3 साल में गई 8789 जान
road accident in chhattisgarh छत्तीसगढ़ में हेलमेट ना लगाना दोपहिया वाहन चालकों को भारी पड़ रहा है. आंकड़ों पर अगर गौर करें तो ये साफ हो जाएगा कि हेलमेट नहीं पहनने वालों कितने लोगों ने सड़क पर अपनी जान गवाई है. जो आंकड़े हैं वो चौंकाने वाले हैं. यदि इनमें से आधे लोगों ने भी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हेलमेट पहना होता.तो आज अपने परिवार के बीच होते.chhattisgarh traffic police
रायपुर : सड़क दुर्घटनाओं में दो पहिया वाहन चालकों की मौतों की संख्या साल दर साल बढ़ती जा रही है. अधिकांश मौतें सिर पर गंभीर चोटें लगने की वजह से हो रही है. बावजूद इसके दो पहिया वाहन में चलने वाले हेलमेट की अनदेखी कर रहे हैं. 2019 से 2021 तक 3 वर्षों में हेलमेट नहीं लगाने वाले 8789 लोगों की मौत हो गई है. विडंबना ये है कि बड़ी संख्या में ऐसे वाहन चालक हैं. जिन्हें यातायात पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान में मुफ्त में हेलमेट मिला है. उसके बाद भी हेलमेट का उपयोग नहीं कर रहे हैं.सड़क दुर्घटनाओं में हर वर्ष हजारों लोगों की जाने जा रही हैं. इसमें कार और दोपहिया सवारों की संख्या सबसे ज्यादा है. दुर्घटनाओं के आंकड़ों के विश्लेषण में सामने आया है कि दोपहिया में हेलमेट नहीं लगाने वाले वाहन चालकों की सबसे ज्यादा जाने गई हैं.
साल 2021 में कितनी मौतें : वर्ष 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में हेलमेट नहीं लगाने वाले 3350 दुपहिया सवारों की मौतें हुई हैं. गंभीर रूप से घायल 942 और माइनर चोंटे 4693 को आई हैं. वहीं वर्ष 2020 में हेलमेट नहीं लगाने वाले 2820 की मौतें हुई है. 1024 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. 4298 को माइनर चोटें आई हैं. साल 2019 में हेलमेट नहीं लगाने वाले 2618 दोपहिया सवारों की मौत हुई हैं. 1043 गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
हर साल बढ़ रही मृतकों की संख्या : सड़क दुर्घटना में हेलमेट नहीं लगाने वालों मृतकों की संख्या हर साल बढ़ रही है. 2019 के मुकाबले 2000-21 में 732 ज्यादा ऐसे लोगों की मौतें हुई है. जिन्होंने हेलमेट नहीं लगाए थे. उधर कार दुर्घटनाओं में मृतकों से कई गुना ज्यादा दोपहिया में मृतकों की संख्या है.
घर में शोभा बढ़ा रहे मुफ्त में मिले हेलमेट : यातायात पुलिस ने कुछ समय पहले अभियान चलाकर बड़ी संख्या में हेलमेट बांटे थे. कई कंपनियों सामाजिक और व्यापारिक संस्थाओं ने हजारों की संख्या में हेलमेट बांटे हैं. इसके बाद भी बड़ी संख्या में दोपहिया चालक बिना हेलमेट के वाहन चलाते नजर आते हैं. मुफ्त में मिले हेलमेट लोगों ने घर में रख छोड़े हैं. संभवत यातायात पुलिस द्वारा जांच अभियान चलाया जाने पर हेलमेट फिर निकलेंगे. यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर ने बताया कि ''ट्रैफिक पुलिस बिना हेलमेट वालों के खिलाफ चलानी कार्रवाई कर रही है. हेलमेट को लेकर अभियान में तेजी लाएंगे.''