रायपुर: पूरे देश में 23 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक मूक बधिर सप्ताह मनाया जा रहा है. 23 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साइन लैंग्वेज दिवस था. रायपुर के कोपलवाणी विद्यालय के मूक-बधिर बच्चों ने एक रैली निकालकर लोगों को साइन लैंग्वेज को लेकर जागरुक होने का संदेश दिया.कोपलवाणी विद्यालय की ओर से 23 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.
सभी को होनी चाहिए साइन लैंग्वेज की जानकारी: कोपलवाणी विद्यालय की ओर से बुधवार को भी साइन लैंग्वेज जागरुकता रैली निकाली गई. रैली निकाल कर मूक-बधिर बच्चों ने लोगों को साइन लैंग्वेज के प्रति जागरुक होने का संदेश दिया. शहर के लगभग 10 स्कूल और कॉलेज में मूक-बधिर बच्चों ने साइन लैंग्वेज की ट्रेनिंग अन्य बच्चों को दी. आने वाली पीढ़ी को साइन लैंग्वेज की जानकारी होनी चाहिए, इसी को ध्यान में रखकर ये बच्चे रैली निकाल रहे हैं.
अंतर्राष्ट्रीय साइन लैंग्वेज दिवस के बाद मूक बधिर सप्ताह मनाया जाता है. लोगों को रैली के माध्यम से साइन लैंग्वेज के प्रति जागरूक करने का काम किया जाता है. ताकि सामान्य लोग भी इन विशेष बच्चों से साइन लैंग्वेज समझ कर उनसे बातचीत कर सकें. .-पदमा शर्मा, संस्था प्रमुख, कोपलवाणी
दरअसल, रायपुर के कोपलवाणी स्कूल की ओर से 23 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस मनाया गया. कोपलवाणी के मूक बधिर बच्चे और शिक्षकों की ओर से रायपुर के कई शिक्षण संस्थानों में साइन लैंग्वेज को लेकर जागरुकता अभियान चलाया गया. कोपलवाणी स्कूल के सभी बच्चों की ओर से अलग-अलग टीम बनाकर सभी बच्चों ने विभिन्न स्कूल और कॉलेजों में अध्ययन कर रहे सामान्य बच्चों को साइन लैंग्वेज सीखाया. ताकि सामान्य बच्चे दिव्यांग बच्चों की बातें समझ कर उनसे संवाद कर सके.