रायपुर: राजधानी रायपुर में इन दिनों धोखाधड़ी के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. जनवरी महीने की बात की जाए तो अब तक 30 से अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हो चुके हैं, जबकि अभी भी बहुत से मामलों की विवेचना बाकी है. जांच के बाद पुलिस इन मामलों में भी एफआईआर दर्ज करेगी. जिसके बाद यहां आंकड़ा और भी अधिक हो सकता है. रायपुर के अलग-अलग थानों में दर्ज धोखाधड़ी के केस की बात करें तो 30 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं.
जिसमें शातिर ठगों ने करीब दो करोड़ रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. इसमें कुछ मामले ऐसे भी हैं जो जमीन से जुड़े हुए हैं तो वहीं कुछ मामले ऑनलाइन ठगी के हैं.
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पढ़ें-लिखे लोग भी हो रहे शिकार
जानकारी के मुताबिक, राजधानी रायपुर के थानों में हर दिन 420 के केसे दर्ज हो रहे हैं. शातिर ठग न केवल अशिक्षित लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं, बल्कि शिक्षित लोगों को भी आसानी से अपना शिकार बना रहे हैं. शहर में 1 जनवरी से अब तक 30 से अधिक ठगी के मामले अलग-अलग थानों में दर्ज किए गए हैं. जिस तेजी से ठगी के मामले सामने आ रहे हैं. उससे शहर के लोग खौफजदा हैं. हालांकि इन शातिर बदमाशों को पकड़ने के लिए रायपुर पुलिस और साइबर पुलिस की टीम लगी हुई है. लेकिन जिस तरह से कामयाबी मिलनी चाहिए, वैसे पुलिस को नहीं मिल पा रही है. पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी ठगी की वारदात में कोई गिरावट देखने को नहीं मिल रही है.
सबसे अधिक टिकरापारा थाने में दर्ज हो रहे मामले
पुलिस से मिले आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी रायपुर के टिकरापारा थाना क्षेत्र में सबसे अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए जा रहे हैं. यहां जमीन से लेकर खरीदी बिक्री में किए गए ठगी के मामले भी शामिल है. साथ ही ऑनलाइन ठगी की भी शिकायतें इस माह टिकरापारा थाने में दर्ज हुई हैं. वहीं, कंपनियों द्वारा किए गए ठगी के ज्यादातर केसेस कोतवाली थाने में दर्ज हुए हैं. हालांकि कोतवाली पुलिस को हाल ही में एक कामयाबी जरूर मिली है. जिसमें लाखों की ठगी करने वाले एक कोचिंग संचालक को पुलिस ने धर दबोचा है. इसके अलावा बाकी मामलों की बात की जाए तो पुलिस के हाथ खाली हैं.
एक माह में करीब 2 करोड़ की धोखाधड़ी
बता दें कि शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पिछले 1 महीने में 30 से अधिक धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज हुई है. जिसकी कुल रकम करीब 60 लाख रुपये बताई जा रही है. इसमें से 20 से अधिक मामले ऐसे हैं. जिसको साइबर ठगों ने अंजाम दिया है. इस मामले एएसपी कीर्तन राठौर ने बताया कि थानों में धोखाधड़ी से संबंधित कई अलग-अलग प्रकरण दर्ज हैं. कई दस्तावेजों के साक्ष्यों से सम्बंधित हैं और साइबर सेल से रिलेटेड प्रकरण है. जिसमें साइबर सेल के द्वारा अलग-अलग प्रकरणों के संबंध में विशेष टीम गठित करके साइबर के टेक्निकल विंग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है.
इसके अलावा कई महत्वपूर्ण धोखाधड़ी से सम्बंधित पूर्व में दर्ज मामले हैं. उनके निराकरण और प्रकरण के जो आरोपी हैं. उनको गिरफ्तार करने में भी महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है. कई प्रकरणों में उनका जो पैसा है उसे वापस कराने में भी संबंधित बैंक के माध्यम से या जो आरोपी हैं. उनके माध्यम से पैसा वापस कराने में सफलता प्राप्त हुई है.