रायपुर: छत्तीसगढ़ साइबर अपराधियों का घर बनता जा रहा है. प्रदेश पुलिस के साथ नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट ने भी इस बात की पुष्टि की है. साइबर क्राइम के मामले में देश में छत्तीसगढ़ 14वें पायदान पर है.
प्रदेश पुलिस के अधिकारियों की मानें तो साइबर अपराधियों के प्रति लोग यदि जागरूक नहीं हुए और साइबर ठगी के खिलाफ पुलिस को सफलता नहीं मिली, तो आंकड़ा और भी खतरनाक हो सकता है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने 2017 के आंकड़े जारी किए, जिसमें साइबर अपराध की घटनाओं में छत्तीसगढ़ 2017 में 2016 की अपेक्षा डेढ़ गुना अपराध बढ़ा है.
जिले में बढ़ता साइबर क्राइम
देश में 2017 में साइबर अपराध की 21 हजार 796 घटनाएं हुई हैं, छत्तीसगढ़ में साइबर अपराध 171 दर्ज हुए हैं. वहीं अगर साइबर क्राइम की घटनाओं के बारे में रायपुर जिले की बात की जाए तो 2017 की तुलना में 2018 में साइबर क्राइम की घटनाओं में कमी आई है. साल 2015 में 19 घटनाएं, साल 2016 में 10 घटनाएं, साल 2017 में 41 घटनाएं, और साल 2018 में 29 घटनाएं दर्ज हुई हैं.
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चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
अपराधी साइबर क्राइम की घटनाओं को अंजाम देने के लिए मोबाइल नेटवर्क, ऑनलाइन शॉपिंग, बैंकिंग, साइबर क्राइम इन चीजों से बढ़ा है. वहीं साइबर क्राइम की घटनाओं को रोकने के लिए और लोगों में जागरूकता लाने के लिए पुलिस की ओर से ई-रक्षा मिशन टीम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने के लिए चलाया जा रहा है. पुलिस भी मानती है कि, इन घटनाओं का ज्यादातर शिकार महिलाएं होती हैं, क्योंकि पुरुष घर से बाहर काम पर होते हैं.