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ठगी पर साइबर अलर्ट: कैशबैक या रिवार्ड से संबंधित मैसेज पर क्लिक ना करें

डिजिटल के दौर में पैसों का आदान और प्रदान बहुत आसान काम हो गया है. लेकिन इसके साथ ही यहीं डिजिटल माध्यम आज ठगी के माध्यम बन गए हैं. पढ़िए पूरी खबर...

Cyber cell
जागते रहो
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Published : Aug 26, 2021, 7:08 PM IST

रायपुर: नया रायपुर स्थित साइबर क्राइम मुख्यालय के द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. साइबर क्राइम मुख्यालय के मुताबिक हेल्पलाइन नंबर 155260 पर फोन-पे, पेटीएम आदि के माध्यम से कैशबैक या रिवार्ड मिलने का लालच देकर ठगी की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही है. ऐसे में लोगों को सावधान और अलर्ट रहने की जरूरत है. पिछले 2 वर्षों में प्रदेश में घटित ऑनलाइन ठगी के मामलों में 300 से अधिक मामले कैशबैक रिवार्ड वार्ड का लालच देकर ठगी की गई है.

फोन-पे के उपभोक्ता बनाते हैं सबसे ज्यादा निशाना

प्रदेश में इस प्रकार से ठगी के सबसे ज्यादा मामले फोन-पे के उपभोक्ताओं के साथ हो रहे हैं. इसके साथ ही पेटीएम, अमेजन और पेयू के मामले भी शामिल हैं. ऐसे में पुलिस मुख्यालय द्वारा आम लोगों को सतर्क रहने के साथ ही सावधान रहना चाहिए. किसी भी कैशबैक या रिवॉर्ड से संबंधित फ्रॉड से बचना चाहिए.

जागते रहो: हाईटेक हो रहे हैं साइबर क्रिमिनल, डर और लालच के जरिए बना रहे ठगी का शिकार

पीड़ित के पास अधिकांश नंबर फर्जी

पीड़ित के पास सबसे पहले फर्जी कस्टमर केयर नंबर से फोन या कॉल या फिर लिंक आता है. जिसमें बताया जाता है कि पीड़ित के यूपीआई में कैशबैक रिवाज संबंधित जानकारी देते हुए अपने फोन-पे या पेटीएम में जाकर नोटिफिकेशन चेक करने को कहा जाता है. पीड़ित के द्वारा नोटिफिकेशन चेक करने पर वाकई कैशबैक या रिवार्ड से संबंधित मैसेज दिखाई देता है. जिससे पीड़ित को विश्वास हो जाता है कि ऑफर वास्तव में सही हैं और उस पैसे को प्राप्त करने के लिए मैसेज पर क्लिक कर देता है. यूपीआई पिन डालने के बाद तुरंत उसके खाते से उतनी ही राशि कट जाती है और इसी तरह जानकारी के अभाव और लालच के कारण लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं.

ऐसे में पीड़ित को क्या करना चाहिए

फोन कॉल के माध्यम से आने वाले ऐसे किसी भी कैशबैक रिवॉर्ड स्क्रैच कार्ड से संबंधित ऑफर पर ध्यान ना दें. ऐसे नंबरों की शिकायत ऑनलाइन https://www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करें. साथ ही हमेशा याद रखें कि यूपीआई के माध्यम से पैसा प्राप्त करने के लिए कभी भी पिन डालने की जरूरत नहीं होती है. पिन केवल तभी डालना होता है जब आपके खाते से किसी और को पैसे देना होता है.

रायपुर: नया रायपुर स्थित साइबर क्राइम मुख्यालय के द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. साइबर क्राइम मुख्यालय के मुताबिक हेल्पलाइन नंबर 155260 पर फोन-पे, पेटीएम आदि के माध्यम से कैशबैक या रिवार्ड मिलने का लालच देकर ठगी की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही है. ऐसे में लोगों को सावधान और अलर्ट रहने की जरूरत है. पिछले 2 वर्षों में प्रदेश में घटित ऑनलाइन ठगी के मामलों में 300 से अधिक मामले कैशबैक रिवार्ड वार्ड का लालच देकर ठगी की गई है.

फोन-पे के उपभोक्ता बनाते हैं सबसे ज्यादा निशाना

प्रदेश में इस प्रकार से ठगी के सबसे ज्यादा मामले फोन-पे के उपभोक्ताओं के साथ हो रहे हैं. इसके साथ ही पेटीएम, अमेजन और पेयू के मामले भी शामिल हैं. ऐसे में पुलिस मुख्यालय द्वारा आम लोगों को सतर्क रहने के साथ ही सावधान रहना चाहिए. किसी भी कैशबैक या रिवॉर्ड से संबंधित फ्रॉड से बचना चाहिए.

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पीड़ित के पास अधिकांश नंबर फर्जी

पीड़ित के पास सबसे पहले फर्जी कस्टमर केयर नंबर से फोन या कॉल या फिर लिंक आता है. जिसमें बताया जाता है कि पीड़ित के यूपीआई में कैशबैक रिवाज संबंधित जानकारी देते हुए अपने फोन-पे या पेटीएम में जाकर नोटिफिकेशन चेक करने को कहा जाता है. पीड़ित के द्वारा नोटिफिकेशन चेक करने पर वाकई कैशबैक या रिवार्ड से संबंधित मैसेज दिखाई देता है. जिससे पीड़ित को विश्वास हो जाता है कि ऑफर वास्तव में सही हैं और उस पैसे को प्राप्त करने के लिए मैसेज पर क्लिक कर देता है. यूपीआई पिन डालने के बाद तुरंत उसके खाते से उतनी ही राशि कट जाती है और इसी तरह जानकारी के अभाव और लालच के कारण लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं.

ऐसे में पीड़ित को क्या करना चाहिए

फोन कॉल के माध्यम से आने वाले ऐसे किसी भी कैशबैक रिवॉर्ड स्क्रैच कार्ड से संबंधित ऑफर पर ध्यान ना दें. ऐसे नंबरों की शिकायत ऑनलाइन https://www.cybercrime.gov.in पर दर्ज करें. साथ ही हमेशा याद रखें कि यूपीआई के माध्यम से पैसा प्राप्त करने के लिए कभी भी पिन डालने की जरूरत नहीं होती है. पिन केवल तभी डालना होता है जब आपके खाते से किसी और को पैसे देना होता है.

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