रायपुर: जिला अस्पताल के सिविल सर्जन पीके गुप्ता Civil Surgeon PK Gupta से टेलीफोनिक बातचीत में बात सामने आई है. सिविल सर्जन पीके गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग को जानकारी दी थी कि जिला अस्पताल में स्कैन की मशीन नहीं CT scan machine not in Raipur district hospital है. जब भी विभाग में ये कहा जाता कि मशीन की जरूरत है तो विभाग जवाब देता है कि अंबेडकर अस्पताल तो है फिर क्या आवश्यकता. आला अधिकारी के निरीक्षण के बाद आखिरकार 2 करोड़ 80 लाख रुपये की राशि की अनुमति मिल गई. मशीन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. कुछ समय पहले स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी अस्पताल निरीक्षण करने पहुंचे थे. मरीजों से बातचीत के दौरान उन्हें स्कैनिंग मशीन की आवश्यकता अधिक लगी. तुरन्त प्रस्ताव भेजने के लिए अस्पताल प्रबंधन को आदेश दिया गया.
अम्बेडकर अस्पताल में भी मरीजों की संख्या अधिक होने की वजह लंबे समय बाद का नंबर दिया जाता है. इस वजह से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. दूसरी समस्या यहां डॉक्टरों की लेटलतीफी की है. आए दिन डॉक्टर लेट से आते हैं. सही समय पर राउंड न लेना, इलाज में ढिलाई ऐसे कई मुद्दे अखबार के पन्नों पर छपते रहते हैं.
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मॉर्डन लॉन्ड्री सिस्टम तैयार: जिला अस्पताल में बिस्तरों की क्षमता दो सौ बेड की है और कई तरह की छोटी बड़ी बीमारियों के इलाज के लिए यहां मरीजों को भर्ती किया जाता है. यहां बड़ी संख्या में चादर सहित अन्य तरह के कपड़े धुलाई के लिए निकलते हैं. जिनकी धुलाई ठेका प्रथा में कराई जाती है. जल्द ही कपड़ों की धुलाई मैकेनाइज्ड लॉन्ड्री सिस्टम के माध्यम से की जाएगी. इसके लिए मशीन की खरीदी की जा चुकी है. सिस्टम इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है.
कालीबाड़ी अस्पताल में माड्यूलर किचन तैयार: जिला अस्पताल पंडरी के साथ कालीबाड़ी के मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में माड्यूलर किचन तैयार किया गया है. यहां शासन की गाइलाइन के अनुसार पौष्टिक भोजन मिले इसके लिए माड्यूलर किचन तैयार करने की प्रक्रिया भी पूरी किये जाने की योजना है.