रायपुर: डॉक्टर्स अपनी मांग को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शन के दौरान कई एक्टिविटी भी कर रहे हैं. कुछ दिन पहले नुक्कड़ नाटक किया गया. उसके पहले मशाल रैली भी निकाली गई. लेकिन इसके बावजूद अभी तक प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी या मंत्री इस हड़ताल में नहीं आया है. जानकारी के मुताबिक हड़ताल में बैठे डॉक्टरों से मरीज के परिजन अक्सर मिलने आते हैं. जब डॉक्टर से बातचीत करते हैं तो कहीं ना कहीं मरीज के परिजन डॉक्टरों की समस्या को समझते हुए उनके हड़ताल का समर्थन भी कर रहे हैं. इस बार हड़ताल में क्रिकेट कनेक्शन भी देखने को मिला.
स्वयं ही डिस्चार्ज होकर घर जा रहे मरीज: लेकिन अंबेडकर अस्पताल में डॉक्टरों की कमी की वजह से ओपीडी में भी कम पेशेंट को देखा जा रहा है. अस्पताल में केवल इमरजेंसी ऑपरेशन ही किया जा रहा है. बहुत से मरीज माहौल को देखते हुए स्वयं ही डिस्चार्ज लेकर अपने घर को जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार अंबेडकर अस्पताल में जूनियर डॉक्टर की हड़ताल के तीसरे दिन मेडिकल प्रशासन ने हड़ताली डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि वे प्रदर्शन बंद नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. लेकिन इसके बावजूद डॉक्टरों का हड़ताल जारी है.
मैच का क्रेज प्रदर्शन में भी दिखा: हाल ही में चल रहे इंडिया बनाम न्यूजीलैंड के मैच में प्रशासन और सभी लोगों का ध्यान है. रायपुर में जूडा ने प्रदर्शन के दौरान टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का पोस्टर लगाया और प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन को अलग अंदाज दिया गया. इस पोस्टर में लिखा गया कि "हिटमैन के छक्का हमन भी देखबो स्टाइपेंड ला बढ़ा दे काका मरीज ला तको देखबो." इस तरह के पोस्टर लगाकर पूरे परिसर में चिपकाया गया है. इसके बावजूद प्रशासन की नजर इस पोस्टर पर नहीं पड़ी.
मांग पूरी होने तक चलेगा प्रदर्शन: 19 जनवरी से चल रहे जूनियर डॉक्टर का प्रदर्शन अभी तक जारी है. डॉक्टरों के मुताबिक इस प्रदर्शन को वे तबतक चलाएंगे जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती. इस अनिश्चितकालीन प्रदर्शन का अंतिम दिन कब होगा यह तो समय के साथ ही पता चलेगा अब देखना है. क्या केवल आश्वासन देकर हड़ताल को बंद किया जाएगा मानदेय को सच में बढ़ाया जाएगा. नोट- वीडियो अलग से भेजा जा रहा है.