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CM भूपेश के बाप-दादा वाले बयान पर रमन सिंह का पलटवार, कहा 'छत्तीसगढ़ में तो एक एकड़ जमीन भी नहीं बच रही'

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103वीं जयंती पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जहां सीएम सहित कांग्रेस के तमाम नेताओं ने पूर्व पीएम को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर सीएम भूपेश ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. जिसे लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी पलटवार किया.

Counter attack of raman singh on cm-bhupesh-baghel
रमन सिंह का भूपेश बघेल पर पलटवार
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Published : Nov 19, 2020, 7:28 PM IST

Updated : Nov 19, 2020, 8:02 PM IST

रायपुर: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103वीं जयंती पर गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कैबिनेट मंत्री, विधायक सहित काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान बघेल ने इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सीएम ने बीजेपी पर निशाना भी साधा. जिसपर पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी पलटवार किया है.

रमन सिंह का भूपेश बघेल पर पलटवार

सीएम भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के काम को इंदिरा गांधी ने आगे बढ़ाया है. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमो को मजबूत किया. लेकिन देश में जब एनडीए की सरकार रही तब चाहे प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई रहे हों या फिर आज नरेंद्र मोदी, इन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के नौ रत्नों को बेच कर पूंजीपतियों को उपकृत करने का काम किया है. बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के लोग जो यह कहते रहते हैं कि 70 सालों में कांग्रेस ने क्या किया. हम उन्हें बताना चाहते हैं कि यह सब जो आज बेचा जा रहा है ये सब कांग्रेस शासनकाल में ही बने हैं.

रमन सिंह का पलटवार

वहीं इसे लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि 'छत्तीसगढ़ का एक एकड़ जमीन तो बच नहीं रहा है. छत्तीसगढ़ में सबकुछ बिकाऊ हो गया है.'

दुष्प्रचार करती रही भाजपा: सीएम

वहीं कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि उस समय विपक्ष के लोग इंदिरा गांधी को गूंगी गुड़िया कहकर दुष्प्रचारित किया करते थे. आज भी उन्हें सबसे ज्यादा डर किसी से तो वह गांधी-नेहरू परिवार से है. भाजपा इन्हें दुष्प्रचारित करने का मौका नहीं छोड़ती है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के सामने कई चुनौतियां आई जिसका उन्होंने डटकर मुकाबला किया. वह किसी के सामने नहीं झुकीं. लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद इंदिरा गांधी ने जब प्रधानमंत्री पद संभाला, तब उनके क्रांतिकारी निर्णय को दुनिया देखती रही.

पढ़ें: मौत पर सियासत! बघेल के सवाल पर रमन का जवाब, 'आप भी आकर आंसू पोछ सकते थे'

इंदिरा जी ने दिया हरित क्रांति का नारा: सीएम भूपेश

सीएम भूपेश ने कहा कि देश में जब अनाज की कमी थी तब इंदिरा गांधी को अमेरिका के सामने हाथ फैलाना पड़ा था. वहां से अनाज मंगाया गया देश की जनता का भरण पोषण किया गया. उन्होंने तब ठान लिया था कि अनाज के जरिए देश को आत्मनिर्भर करना है. तब इंदिरा गांधी ने देश के किसानों से आह्वान किया था. उन्होंने हरित क्रांति का नारा दिया. किसानों ने इंदिरा गांधी के इस आवाहन के बाद से इतना अनाज का उत्पादन किया की एनडीए सरकार के गोडाउन में अनाज रखने की जगह नहीं है. 3 साल तक भी अकाल पड़ जाए तो देश के लोगों के लिए पर्याप्त अनाज है. यह व्यवस्था इंदिरा गांधी करके गई हैं. यह उनकी दूरदृष्टि रही है.

इंदिरा जी को आदिवासियों से लगाव: सीएम

सीएम ने कहा कि 'इंदिरा जी को आदिवासियों से बहुत लगाव था. वह कहती भी थी कि पिछले जन्म में शायद मैं आदिवासी परिवार में जन्मी थी' सीएम भूपेश ने बताया कि इंदिरा गांधी के समय ही दुनिया में सबसे ज्यादा 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था. आज लोग हमसे राष्ट्रभक्ति का प्रमाण मांगते हैं. हमारी विरासत है कि हमारे नेताओं ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है. लेकिन ये लोग सत्ता के लिए दूसरों की बलि चढ़ा रहे हैं.

लोग हमें नसीहत दे रहे: सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम यह कह नहीं सकते कि हमने अपराध किया है, लेकिन महात्मा गांधी कोर्ट में खड़े होकर कहते थे कि हां मैंने अपराध किया है. ये कहते हैं कि बाबरी मस्जिद हमने नहीं गिराया, जेल जाने से यह लोग बचते रहे. हमारे नेताओं ने साहस दिखाया है. मुखबिरी करने वाले लोग हमें राष्ट्रवाद की नसीहत देते हैं. यह दुर्भाग्य है.

'हमें न सिखाए बीजेपी'

भूपेश बघेल ने कहा कि यह लोग राष्ट्रवाद की बात करते हैं. गौमाता की जय बोलते हैं, लेकिन इसी छत्तीसगढ़ में मवेशियों के मांस समेत उनकी हड्डियों और चमड़ी तक को बेचने वाली बीजेपी हमें न सिखाएं. हमने गौसेवा की नीति पर काम किया, गोबर खरीदी योजना से लेकर गोपालको तक की योजनाएं चल रही हैं.

रायपुर: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 103वीं जयंती पर गुरुवार को कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कैबिनेट मंत्री, विधायक सहित काफी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान बघेल ने इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस दौरान सीएम ने बीजेपी पर निशाना भी साधा. जिसपर पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी पलटवार किया है.

रमन सिंह का भूपेश बघेल पर पलटवार

सीएम भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू के काम को इंदिरा गांधी ने आगे बढ़ाया है. सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमो को मजबूत किया. लेकिन देश में जब एनडीए की सरकार रही तब चाहे प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई रहे हों या फिर आज नरेंद्र मोदी, इन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के नौ रत्नों को बेच कर पूंजीपतियों को उपकृत करने का काम किया है. बघेल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के लोग जो यह कहते रहते हैं कि 70 सालों में कांग्रेस ने क्या किया. हम उन्हें बताना चाहते हैं कि यह सब जो आज बेचा जा रहा है ये सब कांग्रेस शासनकाल में ही बने हैं.

रमन सिंह का पलटवार

वहीं इसे लेकर पूर्व सीएम रमन सिंह ने सीएम भूपेश बघेल पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि 'छत्तीसगढ़ का एक एकड़ जमीन तो बच नहीं रहा है. छत्तीसगढ़ में सबकुछ बिकाऊ हो गया है.'

दुष्प्रचार करती रही भाजपा: सीएम

वहीं कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कहा कि उस समय विपक्ष के लोग इंदिरा गांधी को गूंगी गुड़िया कहकर दुष्प्रचारित किया करते थे. आज भी उन्हें सबसे ज्यादा डर किसी से तो वह गांधी-नेहरू परिवार से है. भाजपा इन्हें दुष्प्रचारित करने का मौका नहीं छोड़ती है. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी के सामने कई चुनौतियां आई जिसका उन्होंने डटकर मुकाबला किया. वह किसी के सामने नहीं झुकीं. लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद इंदिरा गांधी ने जब प्रधानमंत्री पद संभाला, तब उनके क्रांतिकारी निर्णय को दुनिया देखती रही.

पढ़ें: मौत पर सियासत! बघेल के सवाल पर रमन का जवाब, 'आप भी आकर आंसू पोछ सकते थे'

इंदिरा जी ने दिया हरित क्रांति का नारा: सीएम भूपेश

सीएम भूपेश ने कहा कि देश में जब अनाज की कमी थी तब इंदिरा गांधी को अमेरिका के सामने हाथ फैलाना पड़ा था. वहां से अनाज मंगाया गया देश की जनता का भरण पोषण किया गया. उन्होंने तब ठान लिया था कि अनाज के जरिए देश को आत्मनिर्भर करना है. तब इंदिरा गांधी ने देश के किसानों से आह्वान किया था. उन्होंने हरित क्रांति का नारा दिया. किसानों ने इंदिरा गांधी के इस आवाहन के बाद से इतना अनाज का उत्पादन किया की एनडीए सरकार के गोडाउन में अनाज रखने की जगह नहीं है. 3 साल तक भी अकाल पड़ जाए तो देश के लोगों के लिए पर्याप्त अनाज है. यह व्यवस्था इंदिरा गांधी करके गई हैं. यह उनकी दूरदृष्टि रही है.

इंदिरा जी को आदिवासियों से लगाव: सीएम

सीएम ने कहा कि 'इंदिरा जी को आदिवासियों से बहुत लगाव था. वह कहती भी थी कि पिछले जन्म में शायद मैं आदिवासी परिवार में जन्मी थी' सीएम भूपेश ने बताया कि इंदिरा गांधी के समय ही दुनिया में सबसे ज्यादा 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था. आज लोग हमसे राष्ट्रभक्ति का प्रमाण मांगते हैं. हमारी विरासत है कि हमारे नेताओं ने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है. लेकिन ये लोग सत्ता के लिए दूसरों की बलि चढ़ा रहे हैं.

लोग हमें नसीहत दे रहे: सीएम

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम यह कह नहीं सकते कि हमने अपराध किया है, लेकिन महात्मा गांधी कोर्ट में खड़े होकर कहते थे कि हां मैंने अपराध किया है. ये कहते हैं कि बाबरी मस्जिद हमने नहीं गिराया, जेल जाने से यह लोग बचते रहे. हमारे नेताओं ने साहस दिखाया है. मुखबिरी करने वाले लोग हमें राष्ट्रवाद की नसीहत देते हैं. यह दुर्भाग्य है.

'हमें न सिखाए बीजेपी'

भूपेश बघेल ने कहा कि यह लोग राष्ट्रवाद की बात करते हैं. गौमाता की जय बोलते हैं, लेकिन इसी छत्तीसगढ़ में मवेशियों के मांस समेत उनकी हड्डियों और चमड़ी तक को बेचने वाली बीजेपी हमें न सिखाएं. हमने गौसेवा की नीति पर काम किया, गोबर खरीदी योजना से लेकर गोपालको तक की योजनाएं चल रही हैं.

Last Updated : Nov 19, 2020, 8:02 PM IST
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