रायपुर: इस कोराना काल में तमाम लोग आपदा में अवसर तलाश रहे हैं. कुछ तो परेशानियों से लड़कर अवसर तलाश रहे हैं, वहीं कुछ लोगों की आखों में धूल झोंक भी निजी स्वार्थ के लिए भ्रष्टाचार के रास्ते अवसर तलाश रहे हैं.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीते दिनों अमृत मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाई गई थी. जिसके लिए गड्ढे खोदे गए थे. जिसे भरने से पहले गड्ढों को सबलिंग करना था, ताकि बारिश या कुछ समय बाद उसमें भरी मिट्टी नीचे न धंसे, लेकिन आपदा में अवसर तलाशने के चक्कर में ठेकेदार ने भारी भ्रष्टाचार कर दिया. आरोप है कि ठेकेदार गड्ढों को सबलिंग कराये बिना ही उसमें मिट्टी और कांक्रीट डाल उसे भर रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि लॉकडाउन में जब कोई घर से नहीं निकल रहा है, ऐसे में ठेकेदार मनमानी करते हुए गड्ढों को बिना सबलिंग कराये ही भर रहा है. जिसे कोई देखने वाला भी नहीं है. ऐसे में कुछ ही दिनों में गड्ढे में भरी मिट्टी फिर से नीचे चली जाएगी. जिससे बड़े हादसे हो सकते हैं.
छत्तीसगढ़ में कई जिलों में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों की वजह से एक बार फिर से लॉकडाउन लगाया गया है. रायपुर में भी 22 जुलाई की रात से लॉकडाउन लगा दिया गया है. इसी का फायदा उठाते हुए रायपुर के डगनिया क्षेत्र से डीडी नगर तक जाने वाली सड़क पर तमाम नियम-कानून और कायदों को ताक पर रख ठेकेदार द्वारा काम कराया जा रहा है. इस दौरान काम करने वाले मजदूर न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं, न ही मास्क लगा रहे हैं.
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