रायपुर: छत्तीसगढ़ के 7 जिलों के 21 केंद्रों पर शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया. इसमें रायपुर, अंबिकापुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर व गौरेला पेंड्रा मरवाही शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से चयनित किए गए जिलों में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ड्राई रन हुआ. राजधानी रायपुर में भी वैक्सीनेशन का ड्राई रन हुआ. स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव रायपुर के ड्राई रन सेंटर पहुंचे. उन्होंने ट्रायल का जायजा लिया. सिंहदेव ने कहा कि 1100 केंद्र राज्य में बनाए जाएंगे. एक दिन में 1 लाख 10 हजार लोगों को वैक्सीन देने की तैयारी है. ETV भारत की टीम राजाधानी रायपुर के पुरानी बस्ती वैक्सीनेशन सेंटर पहुंची. वहां स्टाफ के साथ-साथ ड्राई रन में शामिल होने आए लोग मौजूद थे.
3 चरण में हुआ ड्राई रन
- पहला चरण- टीकाकरण के लिए आने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन चेक किया जाता है. मैसेज चेक किया जाता है. एसएमएस देखने के बाद लिस्ट में नाम देखा जाता है. लिस्ट में नाम मिलने पर आईडी मांगी जाती है. पहचान पत्र दिखाने के बाद पंजीयन कक्ष में भेजा जाता है.
- दूसरा चरण- पंजीयन कक्ष में पहचान पत्र मांगा जाता है फिर डिटेल्स चेक की जाती है. इसके बाद वेटिंग रूम में बिठाया जाता है. सभी कोरोना नियमों का ध्यान रखते हुए वेटिंग रूम में अपने नंबर का इंतजार करेंगे. इस दौरान वे मास्क पहने होंगे और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठे होंगे.
- तीसरा चरण- टीकाकरण कक्ष में स्टाफ मौजूद होगा. कक्ष के अंदर भी पहचान पत्र की चेकिंग होगी. सेफ वैक्सीन टेक्नीक के जरिए कोविड वैक्सीन के बारे में बताया जाएगा. फिर टीका लगाया जाएगा. इसके बाद टीका लगवाने वाले को फोर की मैसेज दिया जाएगा कि अगली बार कब आना है. इसके बाद बॉयो मेडिकल वेस्ट को फॉलो किया जाएगा. इन सबके दौरान कोविड गाइडलाइन्स को फॉलो करना है. वैक्सीन के आधे घंटे बाद लोगों को घर जाने की इजाजत दी जाएगी.
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बस्तर में ड्राई रन
बस्तर में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर ड्राई रन सफल रहा. ड्राई रन के लिए तीन सेंटर बनाए गए थे. 25 स्वास्थ्यकर्मियों का वैक्सीनेशन किया गया. स्वास्थ्य अमला पूरी तरह से मुस्तैदी से अभ्यास करते हुए नजर आया. जगदलपुर में एक तोकापाल दूसरा दरभा के डोडरेपाल में बनाया गया. तीसरा कोविड वैक्सीन सेंटर बस्तर हाई स्कूल को बनाया गया था. तीनों ही सेंटर में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक वैक्सीनेशन को लेकर ड्राई रन किया गया.वैक्सीनेशन के बाद साइड इफेक्ट और परेशानी देखी गई. वैक्सीनेशन के बाद सभी को घर भेजा गया. इस बीच वैक्सीनेशन से दिक्कत को लेकर अभ्यास किया गया.
बिलासपुर में ड्राई रन
बिलासपुर के गौरेला पेंड्रा मरवाही में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया गया. इसे लेकर जिले के तीनों विकासखंड के 1-1 केंद्र में 25- 25 लोगों पर ड्राई रन किया गया.तीन विकासखंडों में गौरेला के सेनेटोरियम, पेंड्रा के शासकीय कन्या शाला व मरवाही विकासखंड के धोबहर शामिल है. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली थी. इसके साथ ही वैक्सीनेशन के बाद अगर किसी भी व्यक्ति को रिएक्शन होता है, तो उसके लिए हॉस्पिटल में ही इमरजेंसी वार्ड बनाया गया.
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सरगुजा में ड्राई रन
अंबिकापुर के नवापारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने स्थित सेंट जोन्स स्कूल में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है. प्रॉपर कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए ड्राई रन की प्रक्रिया पूरी की गई. इस दौरान कलेक्टर और WHO के सब रीजनल टीम लीडर डॉ प्रणीत फटाले मौजूद रहे. मतदान केंद्र के स्वरूप में बनाये गए वैक्सीनेशन सेंटर में वैक्सीन लगवाने के लिए 4 चरण की प्रक्रिया है. प्रॉपर कोविड नियमों को ध्यान में रखते हुए ड्राई रन की प्रक्रिया पूरी की गई.
दुर्ग में ड्राई रन
दुर्ग में कोरोना वायरस वैक्सीन के वैक्सीनेशन का ड्राई रन किया गया. ड्राई रन दौरान वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए निर्धारित तापमान की जांच और वैक्सीन को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने की तैयारियों का आकलन किया गया . ड्राई रन जिले के जेआरडी स्कूल, एमजे कॉलेज कोहका और पाटन हायर सेकंडरी स्कूल में सुबह 10 से दोपहर 2 बजे का समय निर्धारित किया गया था. शासन-प्रशासन वैक्सीनेशन को लेकर किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं चाहता. ऐसे में ड्राई रन का जायजा लेने तमाम बड़े अधिकारी लगातार पहुंचते रहे. इस बीच आईएएस डॉ प्रियंका शुक्ला भी दुर्ग के जेआरडी स्कूल पहुंची. उन्होंने बताया कि राज्य के सात जिलों में 21 सेंटर बनाए गए हैं. सभी जगहों पर वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन किया जा रहा है.