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छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, 3 हफ्ते में 10 हजार हुए संक्रमित

प्रदेश में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या 21 हजार के करीब है. 4 अगस्त तक कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 10 हजार थी, लेकिन अब आंकड़ा 20 हजार 918 तक पहुंच गया है. लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत भी हो रही है. इस मसले पर ETV भारत ने कोविड 19 के नोडल अधिकारी डॉक्टर ओपी सुंदरानी से चर्चा की है.

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Published : Aug 24, 2020, 4:06 AM IST

Updated : Aug 24, 2020, 9:43 AM IST

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तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण

रायपुर: अगस्त महीने में तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है. जुलाई महीने में दर्ज की गई बढ़त अगस्त में भी बरकरार है. अगस्त के 3 सप्ताह में कोरोना वायरस के 10 हजार से अधिक मरीजों की पहचान की गई है. वर्तमान में राजधानी रायपुर और दुर्ग में कई इलाके कोरोना हॉटस्पॉट घोषित हो चुके हैं. प्रदेश में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या ने 20 हजार 918 तक पहुंच चुकी है, जबकि 4 अगस्त तक ये आंकड़ा 10 हजार के करीब था. महज 20 दिनों में ही कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में तेजी से उछाल आया है.

छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहा कोरोना

कोरोना संक्रमण के मसले पर विशेषज्ञों की मानें तो प्रदेश में जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने को कोरोना संक्रमण के लिए बेहद खतरनाक माना जा रहा है. तीन महीनों के दौरान प्रदेश में बड़ी संख्या में संक्रमितों की पहचान होने की संभावना जताई जा रही है. वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमितों के एक दिन के आंकड़े सैकड़ों में आ रहे हैं. लगभग हर दिन 500 का आंकड़ा पार हो रहा है. उनमें से भी गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ रही है. आए दिन लगभग 5 से अधिक लोगों की मौत हो रही है. एक दिन में होने वाली मौत के आंकड़ों ने दहाई का अंक भी छुआ है.

पढ़ें: SPECIAL: कोरोना वॉरियर्स की जान से खिलवाड़, कब जागेगा नगर पालिका प्रशासन ?

क्या है कारण

कोविड 19 के नोडल अधिकारी डॉक्टर ओपी सुंदरानी ने बताया कि संक्रमण से हो रही मौत का मुख्य कारण देर से टेस्ट करवाना है. उनका कहना है कि बुखार, सर्दी, खांसी के लक्षण दिखने पर लोग टेस्ट नहीं करवा रहे हैं. ऐसी देरी मौत होने का मुख्य कारण बन रही है. फिलहाल जो मरीज मिल रहे हैं, उनमें सांस लेने में तकलीफ के मामले ज्यादा हैं. देर से कराए जा रहे कोरोना टेस्ट प्रदेश में बढ़ती मौत का मुख्य कारण है.

इस जिले में नहीं हुई मौत

प्रदेश में केवल गौरेला-मरवाही-पेंड्रा जिला ऐसा है, जहां अब तक सामने आने वाले सभी मरीज स्वस्थ होकर वापस अपने घर लौट चुके हैं. यहां अब तक किसी भी मरीज की मौत कोविड 19 से नहीं हुई है. वर्तमान में रायपुर में कोरोना वायरस के 2700 मरीज हैं. वहीं दूसरे नंबर पर दुर्ग जिला है, जहां एक हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है. इसके साथ ही रायगढ़, बिलासपुर और राजनांदगांव में भी बड़ी संख्या में मरीजों की पहचान हो रही है.

200 पहुंचने को है मौत का आंकड़ा

लगातार प्रदेश में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. रविवार को 7 लोगों की मौत हुई है. ऐसे में कुल मौत आंकड़ा 197 हो चुका है. जिस रफ्तार से लोगों की यहां मौत हो रही है, अंदाजा लगाया जा रहा है कि सोमवार को आंकड़ा 200 की संख्या को पार कर लेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले 3 हफ्ते बेहद खतरनाक हैं. आने वाले पूरे महीने हमें सतर्कता बरतनी होगी. ETV भारत भी लोगों से अपील करता है कि कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता दिखाते हुए शासन-प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें, ताकि संक्रमण को रोका जा सके.

रायपुर: अगस्त महीने में तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है. जुलाई महीने में दर्ज की गई बढ़त अगस्त में भी बरकरार है. अगस्त के 3 सप्ताह में कोरोना वायरस के 10 हजार से अधिक मरीजों की पहचान की गई है. वर्तमान में राजधानी रायपुर और दुर्ग में कई इलाके कोरोना हॉटस्पॉट घोषित हो चुके हैं. प्रदेश में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या ने 20 हजार 918 तक पहुंच चुकी है, जबकि 4 अगस्त तक ये आंकड़ा 10 हजार के करीब था. महज 20 दिनों में ही कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में तेजी से उछाल आया है.

छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहा कोरोना

कोरोना संक्रमण के मसले पर विशेषज्ञों की मानें तो प्रदेश में जुलाई, अगस्त और सितंबर महीने को कोरोना संक्रमण के लिए बेहद खतरनाक माना जा रहा है. तीन महीनों के दौरान प्रदेश में बड़ी संख्या में संक्रमितों की पहचान होने की संभावना जताई जा रही है. वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमितों के एक दिन के आंकड़े सैकड़ों में आ रहे हैं. लगभग हर दिन 500 का आंकड़ा पार हो रहा है. उनमें से भी गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ रही है. आए दिन लगभग 5 से अधिक लोगों की मौत हो रही है. एक दिन में होने वाली मौत के आंकड़ों ने दहाई का अंक भी छुआ है.

पढ़ें: SPECIAL: कोरोना वॉरियर्स की जान से खिलवाड़, कब जागेगा नगर पालिका प्रशासन ?

क्या है कारण

कोविड 19 के नोडल अधिकारी डॉक्टर ओपी सुंदरानी ने बताया कि संक्रमण से हो रही मौत का मुख्य कारण देर से टेस्ट करवाना है. उनका कहना है कि बुखार, सर्दी, खांसी के लक्षण दिखने पर लोग टेस्ट नहीं करवा रहे हैं. ऐसी देरी मौत होने का मुख्य कारण बन रही है. फिलहाल जो मरीज मिल रहे हैं, उनमें सांस लेने में तकलीफ के मामले ज्यादा हैं. देर से कराए जा रहे कोरोना टेस्ट प्रदेश में बढ़ती मौत का मुख्य कारण है.

इस जिले में नहीं हुई मौत

प्रदेश में केवल गौरेला-मरवाही-पेंड्रा जिला ऐसा है, जहां अब तक सामने आने वाले सभी मरीज स्वस्थ होकर वापस अपने घर लौट चुके हैं. यहां अब तक किसी भी मरीज की मौत कोविड 19 से नहीं हुई है. वर्तमान में रायपुर में कोरोना वायरस के 2700 मरीज हैं. वहीं दूसरे नंबर पर दुर्ग जिला है, जहां एक हजार से ज्यादा मरीजों का इलाज चल रहा है. इसके साथ ही रायगढ़, बिलासपुर और राजनांदगांव में भी बड़ी संख्या में मरीजों की पहचान हो रही है.

200 पहुंचने को है मौत का आंकड़ा

लगातार प्रदेश में कोरोना संक्रमण से होने वाली मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. रविवार को 7 लोगों की मौत हुई है. ऐसे में कुल मौत आंकड़ा 197 हो चुका है. जिस रफ्तार से लोगों की यहां मौत हो रही है, अंदाजा लगाया जा रहा है कि सोमवार को आंकड़ा 200 की संख्या को पार कर लेगा. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले 3 हफ्ते बेहद खतरनाक हैं. आने वाले पूरे महीने हमें सतर्कता बरतनी होगी. ETV भारत भी लोगों से अपील करता है कि कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूकता दिखाते हुए शासन-प्रशासन की गाइडलाइन का पालन करें, ताकि संक्रमण को रोका जा सके.

Last Updated : Aug 24, 2020, 9:43 AM IST
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