रायपुर: कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार ने कई होटल्स और सरकारी दफ्तर को कोविड सेंटर बनाया गया है. साथ ही सेंट्रल जेल में भी कोविड सेंटर बनाया गया है, जहां जेल के अंदर ही कैदियों और बंदियों का इलाज किया जाएगा. यह व्यवस्था कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद की गई है. इससे कैदियों की सुरक्षा में भी परेशानी नहीं आएगी और जेल के अंदर ही उनका इलाज भी संभव होगा. बिना लक्षण वाले मरीजों का इलाज जेल के अंदर ही किया जा रहा है. बता दें कि यहां पहले एक कैदी और प्रहरी संक्रमित पाए गए थे. इसके बाद 16 और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई. गुरुवार को 42 और कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए,
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30 दिन क्वॉरेंटाइन होंगे नए कैदी
जेल में भी कोरोना संक्रमण फैलता देख ये फैसला लिया गया है कि अब कैदियों को 30 दिनों तक क्वॉरेंटाइन होना पड़ेगा. वहीं कैदियों के सैंपल की जांच पुणे लैब में होगी. निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें सामान्य बैरक में भेजा जाएगा. स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की सभी जेलों में बाहर से लाए गए कैदियों को 14 दिनों तक अलग से क्वॉरेंटाइन किए जाने का निर्देश दिया गया है. जेल प्रशासन सेंट्रल जेलों के अतिरिक्त व्यवस्था के तहत तीन बैरक बनाकर बाहर से आने वाले कैदियों को क्वॉरेंटाइन कर रही है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना अपडेट
छत्तीसगढ़ में रविवार देर रात तक 285 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. सभी का इलाज जारी है. राज्य में कुल पॉजिटिव केस की संख्या 12 हजार 148 हो गई है, जिनमें से 8 हजार 809 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए हैं. छत्तीसगढ़ में एक्टिव केस की अगर बात करें, तो 3 हजार 243 मरीजों का इलाज जारी है. वहीं अब तक कोरोना संक्रमण से 96 लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार देर रात तक 6 मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. प्रदेश में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज रायपुर जिले में मिले हैं. रायपुर में अब तक 4 हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं.