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कोरोना की मार झेल रहा कूलर व्यवसाय, नहीं के बराबर हो रही बिक्री

कोरोना वायरस ने छोटे-बड़े उद्योगों की कमर तोड़कर रख दी है. यही वजह है कि गर्मी में ठंडक देने वाले कूलर का व्यवसाय पूरी तरह ठप हो गया है. कूलर बनाने वालों की स्थिति ऐसी हो गई है कि वे लेबर का पेमेंट भी नहीं निकल पा रहे हैं.

cooler market slowdown due to corona in raipur
कोरोना के कारण ठंडा पड़ा कूलर व्यवसाय
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Published : May 2, 2020, 2:46 PM IST

रायपुर : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है. इस वैश्विक महामारी ने सभी छोटे-बड़े उद्योगों की कमर तोड़कर रख दी है. गर्मी बढ़ने के साथ ही कूलर की याद आने लगती है, लेकिन इस बार कोरोना के वजह से हुए लॉकडाउन ने कूलर के मार्केट को ही ठंडा कर दिया है. नतीजा ये हुआ है कि इस बार कूलर की बिक्री ही नहीं हो पाई है.

कोरोना के कारण ठंडा पड़ा कूलर व्यवसाय

कूलर निर्माता बताते हैं कि मार्च-अप्रैल और मई इन तीन महीनों में ही कूलर की बिक्री होती है , लेकिन प्रदेश में लॉकडाउन की वजह से लोग मांगलिक कार्य भी नहीं कर पा रहे हैं. इस वजह से कूलर भी नहीं बिक रहे हैं. कूलर निर्माताओं की स्थिति ऐसी हो गई है कि वे लेबर का पेमेंट भी निकल नहीं पा रहे हैं.

पढ़ें: कोरोना इफेक्ट: ठंडा पड़ा कूलर का बिजनेस

कूलर व्यापारी परेशान

कोरोना संक्रमण की वजह से बाकी व्यापार की तरह कूलर का व्यापार भी पूरा खत्म होने के कगार पर आ गया है. कई छोटे दुकानदारों ने कूलर मंगाया ही नहीं है. कूलर दुकानदारों का कहना है कि ज्यादातर लोग मार्च और अप्रैल के बीच कूलर खरीद लेते हैं, लेकिन अब मई का महीना आ गया है, तो अब कूलर मंगाने का कोई मतलब ही नहीं रह जाता है. जो कूलर लोगों को गर्मी से बचाकर ठंडक देता था, आज कूलर का वही कारोबार खुद ठंडा हो गया है.

रायपुर : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि को 17 मई तक बढ़ा दिया गया है. इस वैश्विक महामारी ने सभी छोटे-बड़े उद्योगों की कमर तोड़कर रख दी है. गर्मी बढ़ने के साथ ही कूलर की याद आने लगती है, लेकिन इस बार कोरोना के वजह से हुए लॉकडाउन ने कूलर के मार्केट को ही ठंडा कर दिया है. नतीजा ये हुआ है कि इस बार कूलर की बिक्री ही नहीं हो पाई है.

कोरोना के कारण ठंडा पड़ा कूलर व्यवसाय

कूलर निर्माता बताते हैं कि मार्च-अप्रैल और मई इन तीन महीनों में ही कूलर की बिक्री होती है , लेकिन प्रदेश में लॉकडाउन की वजह से लोग मांगलिक कार्य भी नहीं कर पा रहे हैं. इस वजह से कूलर भी नहीं बिक रहे हैं. कूलर निर्माताओं की स्थिति ऐसी हो गई है कि वे लेबर का पेमेंट भी निकल नहीं पा रहे हैं.

पढ़ें: कोरोना इफेक्ट: ठंडा पड़ा कूलर का बिजनेस

कूलर व्यापारी परेशान

कोरोना संक्रमण की वजह से बाकी व्यापार की तरह कूलर का व्यापार भी पूरा खत्म होने के कगार पर आ गया है. कई छोटे दुकानदारों ने कूलर मंगाया ही नहीं है. कूलर दुकानदारों का कहना है कि ज्यादातर लोग मार्च और अप्रैल के बीच कूलर खरीद लेते हैं, लेकिन अब मई का महीना आ गया है, तो अब कूलर मंगाने का कोई मतलब ही नहीं रह जाता है. जो कूलर लोगों को गर्मी से बचाकर ठंडक देता था, आज कूलर का वही कारोबार खुद ठंडा हो गया है.

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