रायपुर : वाहनों में यात्रियों की सुरक्षा निगरानी और व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस की मॉनिटरिंग के लिए राजधानी में कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. इसमें न सिर्फ वाहनों की निगरानी होगी, बल्कि सवारी वाहनों में पैनिक बटन लगाकर इसे कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा, ताकि सफर के दौरान पीड़ितों को तत्काल मदद मिल सके. शासन के बजट में कंट्रोल रूम बनाने की राशि के प्रावधान के बाद ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. लगभग 3 करोड़ रुपए की लागत से कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. इसके लिए जगह फाइनल करने की प्रक्रिया चल रही है. अफसरों का कहना है कि शासन से अनुमति मिलने के बाद वित्त विभाग से हरी झंडी भी मिल गई है.
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पैनिक बटन लगाया जाएगा
यात्रियों की सुरक्षा के लिए वाहनों में प्रत्येक 2 मीटर की दूरी पर एक पैनिक बटन लगाया जाएगा. टैक्सी में एक, छोटी बसों में लगभग 3 और बड़ी बसों में 4 से 5 पैनिक बटन लगाए जाएंगे. वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा और इसे पुलिस चिकित्सा और परिवहन विभाग के कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा. पैनिक बटन दबाते ही मुख्य कंट्रोल रूम से संबंधित क्षेत्र की पुलिस और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के पास इसका लोकेशन दिखेगा और अलार्म बजेगा, जिसके बाद तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच सकेगी.
यह एक लाल रंग का बटन होगा, जो बसों में चार स्थानों पर लगा रहेगा. 5 सीटर टैक्सी में ड्राइवर की सीट के पीछे लगा होगा. खतरा होने पर किसी भी बटन को दबाया जा सकेगा. बटन दबाते ही सॉफ्टवेयर के माध्यम से कंट्रोल रूम तक मैसेज पहुंच जाएगा. साथ ही वाहन सॉफ्टवेयर के माध्यम से पुलिस कंट्रोल रूम से जुड़ा रहेगा. वाहन सॉफ्टवेयर से संबंधित वाहन मालिक की पूरी डिटेल निकल जाएगी, पैनिक बटन वाहन ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा रहेगा. वाहन ट्रैकिंग सिस्टम से वाहन की लोकेशन आसानी से ट्रेस हो जाएगी.