रायपुर: आमतौर पर लोगों का यह सोचना होता है कि अत्यधिक शराब के सेवन से लिवर खराब होने के साथ ही पेट संबंधी समस्या होती है. लेकिन ऐसा नहीं अत्यधिक शराब के सेवन से लीवर खराब होने के साथ ही हड्डियों में भी कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है. जिसके बारे में लोगों को पता भी नहीं (Consuming more alcohol weakens the bones ) होता.
इस विषय ऑर्थोपेडिक का कहना है कि शरीर में कूल्हे की हड्डी "फीमर हेड" में ब्लड की सप्लाई कम हो जाती है. ब्लड की सप्लाई कम होने के कारण शरीर के जॉइंट (जोड़) खराब हो जाते हैं. ऐसे में शराब का सेवन नियमित रूप से लिमिट में एक्सरसाइज करने के साथ ही अपनी दिनचर्या को सामान्य रखते हैं. तो शराब के सेवन से होने वाले साइड इफेक्ट से बचा जा सकता है.
अत्यधिक शराब के सेवन से होता है ऑस्टियोपोरोसिस: ऑर्थोपेडिक डॉक्टर सुरेंद्र शुक्ला ने बताया, " लगातार अत्यधिक शराब के सेवन से जोड़ों में ज्यादा पेन होने से आदमी चलने फिरने में असमर्थ महसूस करता है. जो ऑस्टियोपोरोसिस कहलाती है. इस स्थिति में हड्डियों में कैल्शियम की कमी होने लगती है और हड्डी धीरे-धीरे कमजोर होने के साथ ही सामान्य दुर्घटना होने पर उस व्यक्ति को बहुत ज्यादा चोट लग जाती है. कई बार बिना दुर्घटना के ही किसी दूसरे कारण से चोट लगती है. तो सामान्य दर्द की तुलना में शराब सेवन करने वाले व्यक्तियों को ज्यादा पेन होता है."
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छत्तीसगढ़ में अत्यधिक शराब सेवन के मामले बढ़े: डॉ. सुरेंद्र शुक्ला बताते हैं, "अत्यधिक और लंबे समय तक शराब के सेवन से रीड की हड्डी कमजोर होने लगती है. ओपीडी में 1 महीने में लगभग 10 से 15 मरीज ऐसे आते हैं, जिनको इस तरह की समस्या रहती है. वैसे भी छत्तीसगढ़ में अत्यधिक शराब पीने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. कम उम्र से ही कई लोग शराब का सेवन शुरू कर देते हैं. शुरुआती दिनों में शराब सेवन करने वाले व्यक्तियों को ज्यादा समस्या नहीं होती. लेकिन आगे चलकर बहुत ज्यादा समस्या होने लगती है."
शराब के सेवन से बचने के लिए यह उपाय अपनाएं: आर्थोपेडिक डॉक्टर के मुताबिक यदि लोग अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से और लिमिट में शराब का सेवन करने के साथ ही प्रतिदिन एक्सरसाइज करते हैं, तो शराब सेवन के साइड इफेक्ट से बचा जा सकता है. इस तरह की समस्या ज्यादातर 50 से 55 साल के बाद देखने को मिलती है. यदि लोग 20 से 22 साल की उम्र से शराब का सेवन करते हैं तो शुरुआती दिनों में कॉम्प्लिकेशंस कम दिखाई पड़ते हैं.आगे चलकर शराब सेवन करने वाले व्यक्तियों में यह कॉम्प्लिकेशंस बढ़ने लगता है.