रायपुर : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव को लेकर बड़ा बयान (Congress President election 2022 ) दिया है. टीएस सिंहदेव ने कहा कि ''हम इस बात से निराश हैं कि आलाकमान के साथ पार्टी के प्रोटोकॉल और अनुशासन का उल्लंघन किया गया. विधायकों का व्यवहार स्वीकार्य नहीं था. पार्टी अध्यक्ष के लिए सबसे आगे माने जाने वाले व्यक्ति को विधायकों को अनुशासित करना चाहिए था.''
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान टीएस सिंहदेव के बयान से ये साफ हो गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चुनाव इतना आसान नहीं होगा, जितना दावा किया जा रहा है. आपको बता दें कि अशोक गहलोत को अध्यक्ष पद के लिए पक्का माना जा रहा (TS Singhdev targets ashok Gehlot ) था. लेकिन राजस्थान में गहलोत के बाद किसे सीएम कुर्सी मिलेगी, इस बात को लेकर खींचतान शुरु हो गई. इसके बाद टीएस सिंहदेव ने बयान दिया कि ''अशोक गहलोत जैसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता पर मैं टिप्पणी तो नहीं कर सकता. लेकिन मुझे उम्मीद थी कि अध्यक्ष पद की दौड़ में वो सबसे आगे रहेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में कई उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन गहलोत को फ्रंट रनर के तौर पर देखा जा रहा था. अशोक गहलोत के अनुभव और गंभीरता को देखते हुए मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि उन्होंने अपने गृह राज्य को भी नियंत्रित करने में असमर्थता (Singhdev raised questions on Gehlot candidature) दिखाई.''
टीएस सिंहदेव यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि ''राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) ने पार्टी का अध्यक्ष (Congress President) बनने का नैतिक आधार खो दिया है. जो व्यक्ति अपना राज्य और विधायकों को नहीं संभाल पा रहा है, उससे हम पूरा देश संभालने की उम्मीद नहीं कर सकते हैं.''