रायपुर: राजधानी रायपुर के राजेंद्र नगर स्थित रायपुर विकास प्राधिकरण के कार्यालय में गरीबों को EWS और LIG के मकानों को लेकर निविदा के माध्यम से बेचने की प्रक्रिया विभाग ने अपनाई थी, जिसका विरोध करते हुए कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया, जिसके बाद प्राधिकरण ने मकानों को निविदा से हटाकर लॉटरी के माध्यम से आवंटित कर रहा है.
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कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के बाद रायपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने अपनी सहमति जताई और निविदा प्रक्रिया को रोक दी. रायपुर विकास प्राधिकरण के विभिन्न योजनाओं में कमजोर वर्ग को कमल विहार, रायपुरा इंद्रप्रस्थ जैसे जगहों पर EWS और LIG मकान बनाकर बेचे जा रहे हैं, अब तक 90% मकान लॉटरी के द्वारा निश्चित मूल्य पर बेचे गए हैं.
कांग्रेस ने किया विरोध
वहीं अब नया संचालक मंडल के निर्णय के अनुसार इसे निविदा से बेचने की प्रक्रिया चालू कर दी गई, जो नियमों के खिलाफ और कमजोर वर्ग के लोगों के प्रति अन्याय पूर्ण है. इसके लिए यह तर्क दिया जा रहा है कि, निविदा से मकान बेचने से रायपुर विकास प्राधिकरण को अधिक राशि मिलेगी.