रायपुर : झीरम हमले में शहीद हुए जवानों को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई. माओवादी हमले की छठवीं बरसी पर दिवंगत कांग्रेस नेता नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेन्द्र कर्मा, उदय मुदलियार, दिनेश पटेल, योगेन्द्र शर्मा, अभिषेक गोलछा, अल्लानूर भिंडसरा, गोपी माधवानी को श्रद्धांजलि दी गई.
शहादत दिवस के इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार में कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव, शिवकुमार डहरिया, डॉ. प्रेमसाय सिंह, अनिला भेड़िया, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, पूर्व मंत्री अमितेश शुक्ल सहित कई कायकर्ता शामिल हुए.
पूर्व सरकार ने नहीं की मामले की जांच
इस दौरान मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि, 'झीरम घाटी हमले की जांच के लिए उनके द्वारा पूर्व में तत्कालीन सरकार के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से चर्चा की गई थी. साथ ही मामले में जांच के लिए भी कहां गया था, लेकिन रमन सिंह ने इस मामले की जांच नहीं कराई'.
आज तक राजनाथ सिंह को नहीं मिला समय
इतना ही नहीं कांग्रेस के सदस्यों ने झीरम हमले की जांच के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात करने के लिए समय मांगा था. इस पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आश्वस्त किया था कि वे राजनाथ सिंह से मिलने का समय मुहैया कराएंगे. इतना लम्बा समय बीतने के बाद भी आज तक मिलने का समय नहीं दिया गया. यही वजह है कि अब कांग्रेस की सरकार ने इस मामले की जांच का निर्णय लिया है, ताकि झीरम घाटी में शहीद हुए लोगों के प्रभावितों को न्याय मिल सके.