रायपुर: छत्तीसगढ़ में सत्ता बचाने की होड़ और सत्ता पाने की कवायद अब यात्रा और महोत्सव की शक्ल लेती जा (Congress Azadi Gaurav Yatra) रही है. छत्तीसगढ़ में मिशन 2023 की जंग में बीजेपी और कांग्रेस दोनों कूद चुकी है. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां वोटरों को लुभाने के लिए अपने अपने तरीके से महोत्सव और गौरव यात्रा का आयोजन कर ( Congress start azadi ki gaurav yatra) रही है. शनिवार को रायपुर में प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की समीक्षा बैठक (response to BJP Amrit Mahotsav) हुई. इस मीटिंग में सीएम भूपेश बघेल, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और छत्तीसगढ़ पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने हिस्सा लिया. इसके अलावा प्रभारी सचिव चंदन यादव, सप्तगिरी शंकर उल्का समेत अन्य पदाधिकारी शामिल (BJP Amrit Mahotsav Congress start azadi ki gaurav yatra) हुए.
कांग्रेस निकालेगी आजादी की गौरव यात्रा: इस बौठक में कांग्रेस ने तय किया कि वह 9 अगस्त से छत्तीसगढ़ में आजादी की गौरव यात्रा निकालेगी (pride of independence). आजादी के 75 साल पूरे होने पर कांग्रेस ने यह फैसला लिया है. यह यात्रा हर विधानसभा क्षेत्र में करीब 75 किलोमीटर की होगी. इसमें भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता शामिल होंगे.
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कांग्रेस प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में अहम मुद्दों पर हुई चर्चा: छत्तीसगढ प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के एक महीने के कार्यों की समीक्षा की गई. इसके साथ ही आगामी कार्यों पर भी बातचीत हुई है.बैठक के बाद पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि "प्रदेश सरकार के कामों को लेकर जनता के बीच जाने का प्लान बना है. भाजपा के अमृत महोत्सव के जवाब में कांग्रेस आजादी की गौरव यात्रा के माध्यम से हर घर तिरंगा लेकर जाएगी".
छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन चुनाव को लेकर हुई चर्चा: पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि इस मीटिंग में कांग्रेस संगठन चुनाव को लेकर चर्चा हुई है. जल्द ही राज्य में कांग्रेस के सभी संगठन चुनाव होंगे. भाजपा के आरोपों पर प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि "कांग्रेस सरकार संघीय ढांचे के रूप में चलती है.ईर्ष्या जैसी कोई बात नहीं हैं. निगम मंडल में बची नियुक्तियों पर भी चर्चा हो रही है"