रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 जुलाई को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं. इसके पहले कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार सहित राज्य की पूर्ववर्ती रमन सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मंगलवार को कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में एक पत्रकार वार्ता आयोजित की गई. इस दौरान कांग्रेस ने मीडिया के सामने एक सूची जारी की. कांग्रेस का कहना है कि यह भाजपा शासन के 15 साल में हुए घोटालों की सूची है, जिसमें 34 घोटाले शामिल हैं. इनमें से पांच छह प्रमुख घोटालों का जिक्र पत्रकार वार्ता के दौरान कांग्रेस ने किया. इसमें नान घोटाला, शराब घोटाला, गौशाला घोटाला, पनामा मामला और इंदिरा प्रियदर्शनी घोटाला शामिल है.
एक लाख करोड़ से ज्यादा के घोटाले का आरोप: कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने रमन सरकार के 15 साल में कई घोटाले का आरोप लगाया, जिसकी अब तक जांच नहीं हो सकी है. इन घोटालों की जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की और घोटालों की जांच ईडी और आईटी से कराने की गुजारिश की.
प्रधानमंत्री के 15 साल के शासनकाल के आज हम 34 घोटालों की बात करने जा रहे हैं, जिसमें 1 लाख करोड़ से ज्यादा की राशि का घोटाला किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील है कि घोटालों की जांच ईडी और आईटी से कराई जाए. -सुशील आनंद शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष, मीडिया विभाग कांग्रेस
कांग्रेस ने जारी की घोटालों की ये लिस्ट
- 36000 करोड़ का नान घोटाला
- पनामा पेपर घोटाला
- मोवा धान घोटाला
- कुनकुरी चावल घोटाला
- आंखफोड़वा कांड
- गर्भाशय कांड
- नसबंदी कांड
- डीकेएस घोटाला
- शिवरतन शर्मा के भतीजे द्वारा किया गया धान परिवहन घोटाला
- अवैध पेड़ कटाई
- पोरा बाई कांड
- तत्कालीन शिक्षामंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह कोई और महिला बैठी परीक्षा देने
- फर्नीचर घोटाला
- विज्ञान उपकरण खरीदी में घोटाला
- 4400 करोड़ का आबकारी घोटाला
- 1667 करोड़ गौशाला के नाम पर चारा, दवाई एवं निर्माण में किया घोटाला
- बीज निगम में दवाइयां, बीज एवं कृषि यंत्रों की खरीदी में किया गया घोटाला
- स्टेट वेयर हाउस के गोदामों के निर्माण में घोटाला
- स्वास्थ्य विभाग में मल्टी विटामिन सिरप में घोटाला
- जमीन घोटाला
- झलकी घोटाला (बृजमोहन अग्रवाल)
- परिवहन चेक पोस्ट पर घोटाला
- मोबाइल खरीदी में घोटाला
- बारदाना घोटाला
- भदौरा जमीन घोटाला (अमर अग्रवाल)
- पुष्प स्टील घोटाला
- चौबे कॉलोनी जमीन घोटाला
- इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला
- स्काई वॉक घोटाला
- एक्सप्रेस-वे घोटाला
- बिलासपुर सकरी बायपास घोटाला
- तेंदुपत्ता खरीदी घोटाला (300 करोड़)
- चिटफंड घोटाला 6000 करोड़ का
- रतनजोत घोटाला