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रायपुर: गृहग्राम छछानपैरी में हुआ कमांडर मेला रामकुर्रे का अंतिम संस्कार - chhachhanpuri

कंपनी कमांडर मेला रामकुर्रे की 9 दिसंबर को हत्या कर दी गई थी, जिसका शव मंगलवार को गृहग्राम छछानपैरी लाया गया.

कमांडर मेला रामकुर्रे
कमांडर मेला रामकुर्रे
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Published : Dec 11, 2019, 9:45 AM IST

रायपुर: झारखंड के रांची में 9 दिसंबर को कंपनी कमांडर मेला रामकुर्रे की हत्या कर दी गई थी, जिसका शव मंगलवार को गृहग्राम छछानपैरी लाया गया, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.

कमांडर मेला रामकुर्रे का अंतिम संस्कार

मामले में मृतक कमांडर के परिजनों का कहना है कि घटना के कुछ देर पहले मृतक मेला राम कुर्रे से उनकी बातचीत हुई थी और घर में कुशल मंगल होने का समाचार उन्हें दिया गया था. कमांडर 25 जनवरी 2020 को रिटायर होने वाला था. साथ ही परिजनों ने यह भी बताया कि उसकी तबीयत खराब रहा करती थी, जिसके कारण उन्हें चुनाव ड्यूटी में भी जाने के लिए मना किया गया था, लेकिन बटालियन की तरफ से उन्हें जबरन चुनाव ड्यूटी में भेजा गया था.

मेलाराम कुर्रे का अंतिम संस्कार

कंपनी कमांडर का शव उनके गृह ग्राम में मंगलवार दोपहर 12:00 बजे तक पहुंचने का समय दिया गया था, लेकिन सड़क मार्ग से पहुंचने में देरी हुई और कमांडर का शव गृह ग्राम में शाम को 5:15 में पहुंचा. शाम होने के बाद भी मुक्तिधाम में मृतक कमांडर मेलाराम कुर्रे का अंतिम संस्कार किया गया.

गोली मारकर की गई थी हत्या
झारखंड में चुनाव ड्यूटी के लिए सीएएफ की टुकड़ी को चुनाव के लिए 20 नवंबर को भेजा गया था. छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल चौथी बटालियन के एक जवान ने अपनी कंपनी कमांडर की सोमवार सुबह 6:00 बजे गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद हमलावर जवान ने खुद को भी गोली मार ली थी, जिसमें उसकी भी मौत हो गई. यह घटना झारखंड की राजधानी रांची के खेल गांव में बने ट्रांजिट कैंप में हुई थी.

जवान को शराब पीने की लत थी
बताया जा रहा है कि जवानों को 9 दिसंबर को हजारीबाग जाना था. हमले में मारे गए कंपनी कमांडर मेला राम कुर्रे रायपुर के रहने वाले थे. हमलावर जवान की पहचान सूरजपुर निवासी विक्रम राज बोडेन के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक जवान को शराब पीने की लत थी और इसी बात को लेकर पिछले सप्ताह कंपनी कमांडर से उसका विवाद भी हुआ था, जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस भी जांच शुरू कर दी है.

रायपुर: झारखंड के रांची में 9 दिसंबर को कंपनी कमांडर मेला रामकुर्रे की हत्या कर दी गई थी, जिसका शव मंगलवार को गृहग्राम छछानपैरी लाया गया, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया.

कमांडर मेला रामकुर्रे का अंतिम संस्कार

मामले में मृतक कमांडर के परिजनों का कहना है कि घटना के कुछ देर पहले मृतक मेला राम कुर्रे से उनकी बातचीत हुई थी और घर में कुशल मंगल होने का समाचार उन्हें दिया गया था. कमांडर 25 जनवरी 2020 को रिटायर होने वाला था. साथ ही परिजनों ने यह भी बताया कि उसकी तबीयत खराब रहा करती थी, जिसके कारण उन्हें चुनाव ड्यूटी में भी जाने के लिए मना किया गया था, लेकिन बटालियन की तरफ से उन्हें जबरन चुनाव ड्यूटी में भेजा गया था.

मेलाराम कुर्रे का अंतिम संस्कार

कंपनी कमांडर का शव उनके गृह ग्राम में मंगलवार दोपहर 12:00 बजे तक पहुंचने का समय दिया गया था, लेकिन सड़क मार्ग से पहुंचने में देरी हुई और कमांडर का शव गृह ग्राम में शाम को 5:15 में पहुंचा. शाम होने के बाद भी मुक्तिधाम में मृतक कमांडर मेलाराम कुर्रे का अंतिम संस्कार किया गया.

गोली मारकर की गई थी हत्या
झारखंड में चुनाव ड्यूटी के लिए सीएएफ की टुकड़ी को चुनाव के लिए 20 नवंबर को भेजा गया था. छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल चौथी बटालियन के एक जवान ने अपनी कंपनी कमांडर की सोमवार सुबह 6:00 बजे गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसके बाद हमलावर जवान ने खुद को भी गोली मार ली थी, जिसमें उसकी भी मौत हो गई. यह घटना झारखंड की राजधानी रांची के खेल गांव में बने ट्रांजिट कैंप में हुई थी.

जवान को शराब पीने की लत थी
बताया जा रहा है कि जवानों को 9 दिसंबर को हजारीबाग जाना था. हमले में मारे गए कंपनी कमांडर मेला राम कुर्रे रायपुर के रहने वाले थे. हमलावर जवान की पहचान सूरजपुर निवासी विक्रम राज बोडेन के रूप में हुई है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक जवान को शराब पीने की लत थी और इसी बात को लेकर पिछले सप्ताह कंपनी कमांडर से उसका विवाद भी हुआ था, जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस भी जांच शुरू कर दी है.

Intro: रायपुर झारखंड के रांची में 9 दिसंबर की सुबह 6:00 बजे हुई घटना में सीएएफ के एक जवान ने कंपनी कमांडर की गोली मारकर हत्या करने के बाद खुद को गोली मार ली थी । आज सड़क मार्ग से चौथी बटालियन के कंपनी कमांडर मेला रामकुर्रे का शव को उनके गृहग्राम छछानपैरी में लाने के बाद अंतिम संस्कार किया गया मृतक कंपनी कमांडर के परिजन का कहना है कि घटना के कुछ देर पहले ही मृतक मेला राम कुर्रे से उनकी बातचीत हुई थी और घर में कुशल मंगल होने का समाचार उन्हें दिया गया था मृतक कंपनी कमांडर 25 जनवरी 2020 को को रिटायर होने वाले थे


Body:परिजनों ने यह भी बताया कि उनकी तबीयत खराब रहा करती थी जिसके कारण उन्हें चुनाव ड्यूटी में भी जाने के लिए मना किया गया था लेकिन बटालियन की तरफ से उन्हें जबरन चुनाव ड्यूटी में भेजा गया था परिजनों का आरोप है कि शासन प्रशासन के द्वारा उनके शव को हेलीकॉप्टर से न भेजकर सड़क मार्ग से भेजा जा रहा है जिसके कारण परिजनों में नाराजगी देखी गई


Conclusion:मृतक कंपनी कमांडर का शव उनके गृह ग्राम में आज दोपहर 12:00 बजे तक पहुंचने का समय दिया गया था लेकिन सड़क मार्ग से पहुंचने में देरी हुई और मृतक कंपनी कमांडर का शव गृह ग्राम में पहुंचते तक शाम को 5:15 बज गए थे पूरे गांव में मातम का माहौल देखने को मिला और शाम होने के बाद भी मुक्तिधाम में मृतक कंपनी कमांडर मेलाराम कुर्रे का अंतिम संस्कार किया गया । झारखंड में चुनाव ड्यूटी के लिए सीएएफ की टुकड़ी को चुनाव के लिए 20 नवंबर को भेजा गया था छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल चौथी बटालियन के एक जवान ने अपनी कंपनी कमांडर की सोमवार सुबह 6:00 बजे गोली मारकर हत्या कर दी थी उसके बाद हमलावर जवान ने खुद को भी गोली मार ली जिसमें उसकी भी मौत हो गई यह घटना झारखंड की राजधानी रांची के खेल गांव में बने ट्रांजिट कैंप में हुई थी चौथी बटालियन माना कि आठवीं कंपनी को विधानसभा चुनाव की सुरक्षा व्यवस्था में 20 नवंबर को झारखंड भेजा गया था बताया जा रहा है कि जवानों को कल 9 दिसंबर को ही हजारीबाग जाना था हमले में मारे गए कंपनी कमांडर मेला राम कुर्रे रायपुर के रहने वाले थे हमलावर जवान की पहचान सूरजपुर निवासी विक्रम राज बोडेन के रूप में हुई है पुलिस सूत्रों के मुताबिक जवान को शराब पीने की लत थी और इसी बात को लेकर पिछले सप्ताह कंपनी कमांडर से उसका विवाद भी हुआ था जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी हैं बाइट महेंद्र कुमार मृतक कंपनी कमांडर का बेटा कत्थे रंग का शर्ट पहना हुआ बाइट पवन कुमार मृतक कंपनी कमांडर का भाई काला रंग का जैकेट पहना हुआ रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर
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