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शीतलहर की चपेट में प्रदेश, 4.3 डिग्री पहुंचा अंबिकापुर का तापमान

उत्तर पूर्व से आ रही ठंडी हवाओं के चलते अब छत्तीसगढ़ शीतलहर की चपेट में है. अंबिकापुर का तापमान 4.3 डिग्री पहुंच गया है.एक से दो दिनों में पूरा उत्तरी छत्तीसगढ़ शीतलहर की चपेट में होगा.

cold wave STARTED IN Chhattisgarh Ambikapur temperature reached 4.3 degree
छत्तीसगढ़ में शुरू हुई शीतलहर
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Published : Dec 20, 2020, 8:07 AM IST

Updated : Dec 20, 2020, 9:27 AM IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ में अब ठंड बढ़नी शुरू हो गई है. उत्तर पूर्व से आ रही ठंडी हवाओं के चलते अब छत्तीसगढ़ शीतलहर की चपेट में है. हवाओं के चलते अंबिकापुर का तापमान 4.3 डिग्री पहुंच गया है. मौसम विभाग के मुताबिक एक से दो दिनों में पूरा उत्तरी छत्तीसगढ़ शीतलहर की चपेट में होगा.

प्रदेश में बढ़ेगी ठंड

उत्तरी हवाओं से अब प्रदेश में ठिठुरन बढ़ेगी. राजधानी रायपुर के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है. न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है. शीतलहर से अब प्रदेश के उत्तर भाग में सुबह से ही घना कोहरा छाया रह सकता है. जिससे वाहनों की आवाजाही के साथ ही हवाई यातायात भी प्रभावित रहेगा. दक्षिण छत्तीसगढ़ में ठंड का प्रभाव उत्तर की अपेक्षा कम रहेगा.

रात में बढ़ रही ठंड

प्रदेश में कुछ जगहों पर रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है. कहीं-कहीं पर पारा सामान्य से तीन से चार डिग्री कम रहा है. तापमान में थोड़ी सी और गिरावट आने पर राज्य में शीतलहर करने की घोषणा की जा सकती है. अभी कुछ तकनीकी मापदंडों को पूरा नहीं होने के कारण शीत लहर की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन स्थिति कमोवेश वैसी ही है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि न्यूनतम तापमान में यदि सामान्य से 5 डिग्री या उससे अधिक की कमी है या फिर तापमान 10 डिग्री से नीचे चला जाए और वहां सामान्य से तीन चार डिग्री कम हो तो शीतलहर की घोषणा की जा सकती है.

मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही कड़ाके के ठंड के जताए थे आसार

प्रदेश के मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही साफ कर दिया था कि प्रदेश में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ेगी. शुरुआत के कुछ दिनों में अच्छी खासी ठंड देखने को मिली, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गई. अब एक बार फिर प्रदेश में ठंड बढ़ने लगी है. उम्मीद है कि अब ठंड अच्छी पड़ सकती है.

पढ़ें: पेंड्रा में पड़ रही कड़ाके की ठंड, लोग ले रहे चाय और अलाव का सहारा

अमरकंटक की तराई में बसे पेंड्रा गौरेला मरवाही इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पिछले 1 हफ्ते से लगातार बादल छाए होने की वजह से ठंड का एहसास कुछ ज्यादा ही हो रहा है. सुबह के बाद पूरे इलाके में कोहरा छाया रहता है. लोग दिन के वक्त भी गर्म कपड़े पहने नजर आते हैं. इस साल पेंड्रा प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा इलाका रहा, तापमान नीचे की ओर लुढ़का और यहां न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है.

दिसंबर का महीना लगते ही पेंड्रा गौरेला मरवाही इलाके में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई थी. हालांकि शुरुआती दिनों में दिन का तापमान ज्यादा होने की वजह से ठंड का एहसास कम हो रहा था. पिछले 10 दिनों में लगातार ठंड बढ़ती जा रही है और पारा भी लुढ़कता चला जा रहा है. दिन के वक्त धूप न निकलने की वजह से ठंड का एहसास कुछ ज्यादा ही हो रहा है. वहीं कुछ इलाकों में हल्की बरसात ने भी ठंड बढ़ा दी है.

पढ़ें: ठंडी पड़ती कश्मीरियों को 'गर्म' रखने वाली कांगड़ी कला

ठंड से बचने के लिए लोग ले रहे चाय का सहारा

शाम ढलते ही गलियां सुनसान होनी शुरू हो जाती है. लोग जरूरी काम से ही घर से बाहर निकलते हैं. ठंड की वजह से ग्रामीण इलाकों में भी लोग सुबह के वक्त परिवार समेत आग सेकते हुए नजर आ रहें हैं. ठंड से बचने के लिए लोग चाय का सहारा भी ले रहें हैं. चाय की गर्म चुस्कियां लेते लोग सुबह से ही ठेलो पर नजर आने लग जाते हैं. ठंड का असर जानवरों में भी देखने को मिला.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में अब ठंड बढ़नी शुरू हो गई है. उत्तर पूर्व से आ रही ठंडी हवाओं के चलते अब छत्तीसगढ़ शीतलहर की चपेट में है. हवाओं के चलते अंबिकापुर का तापमान 4.3 डिग्री पहुंच गया है. मौसम विभाग के मुताबिक एक से दो दिनों में पूरा उत्तरी छत्तीसगढ़ शीतलहर की चपेट में होगा.

प्रदेश में बढ़ेगी ठंड

उत्तरी हवाओं से अब प्रदेश में ठिठुरन बढ़ेगी. राजधानी रायपुर के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली है. न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है. शीतलहर से अब प्रदेश के उत्तर भाग में सुबह से ही घना कोहरा छाया रह सकता है. जिससे वाहनों की आवाजाही के साथ ही हवाई यातायात भी प्रभावित रहेगा. दक्षिण छत्तीसगढ़ में ठंड का प्रभाव उत्तर की अपेक्षा कम रहेगा.

रात में बढ़ रही ठंड

प्रदेश में कुछ जगहों पर रात का तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है. कहीं-कहीं पर पारा सामान्य से तीन से चार डिग्री कम रहा है. तापमान में थोड़ी सी और गिरावट आने पर राज्य में शीतलहर करने की घोषणा की जा सकती है. अभी कुछ तकनीकी मापदंडों को पूरा नहीं होने के कारण शीत लहर की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन स्थिति कमोवेश वैसी ही है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि न्यूनतम तापमान में यदि सामान्य से 5 डिग्री या उससे अधिक की कमी है या फिर तापमान 10 डिग्री से नीचे चला जाए और वहां सामान्य से तीन चार डिग्री कम हो तो शीतलहर की घोषणा की जा सकती है.

मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही कड़ाके के ठंड के जताए थे आसार

प्रदेश के मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही साफ कर दिया था कि प्रदेश में इस बार कड़ाके की ठंड पड़ेगी. शुरुआत के कुछ दिनों में अच्छी खासी ठंड देखने को मिली, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गई. अब एक बार फिर प्रदेश में ठंड बढ़ने लगी है. उम्मीद है कि अब ठंड अच्छी पड़ सकती है.

पढ़ें: पेंड्रा में पड़ रही कड़ाके की ठंड, लोग ले रहे चाय और अलाव का सहारा

अमरकंटक की तराई में बसे पेंड्रा गौरेला मरवाही इलाके में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पिछले 1 हफ्ते से लगातार बादल छाए होने की वजह से ठंड का एहसास कुछ ज्यादा ही हो रहा है. सुबह के बाद पूरे इलाके में कोहरा छाया रहता है. लोग दिन के वक्त भी गर्म कपड़े पहने नजर आते हैं. इस साल पेंड्रा प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा इलाका रहा, तापमान नीचे की ओर लुढ़का और यहां न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है.

दिसंबर का महीना लगते ही पेंड्रा गौरेला मरवाही इलाके में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई थी. हालांकि शुरुआती दिनों में दिन का तापमान ज्यादा होने की वजह से ठंड का एहसास कम हो रहा था. पिछले 10 दिनों में लगातार ठंड बढ़ती जा रही है और पारा भी लुढ़कता चला जा रहा है. दिन के वक्त धूप न निकलने की वजह से ठंड का एहसास कुछ ज्यादा ही हो रहा है. वहीं कुछ इलाकों में हल्की बरसात ने भी ठंड बढ़ा दी है.

पढ़ें: ठंडी पड़ती कश्मीरियों को 'गर्म' रखने वाली कांगड़ी कला

ठंड से बचने के लिए लोग ले रहे चाय का सहारा

शाम ढलते ही गलियां सुनसान होनी शुरू हो जाती है. लोग जरूरी काम से ही घर से बाहर निकलते हैं. ठंड की वजह से ग्रामीण इलाकों में भी लोग सुबह के वक्त परिवार समेत आग सेकते हुए नजर आ रहें हैं. ठंड से बचने के लिए लोग चाय का सहारा भी ले रहें हैं. चाय की गर्म चुस्कियां लेते लोग सुबह से ही ठेलो पर नजर आने लग जाते हैं. ठंड का असर जानवरों में भी देखने को मिला.

Last Updated : Dec 20, 2020, 9:27 AM IST
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