रायपुर: soumya chaurasia remand extended मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया को कोर्ट ने पांच दिनों की न्यायिक रिमांड दी है. सौम्या को ईडी (Enforcement Directorate) ने जमीन से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. ईडी ने बुधवार को सौम्या को भारी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया. इससे पहले सौम्या की गिरफ्तारी के बाद से कोर्ट ने ईडी को रिमांड पर सौंपा था. बुधवार को रिमांड अवधि समाप्त होने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया.जहां अजय सिंह राजपूत की कोर्ट ने सौम्या को 19 दिसंबर तक के लिए न्यायिक रिमांड पर भेजा है. इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग समेत कोयला घोटाले के आरोप में फंसे निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई समेत 3 कारोबारियों को कोर्ट ने पहले ही 14 जनवरी तक न्यायिक रिमांड पर भेजा है.ED court extended judicial remand
कब हुई थी गिरफ्तारी : मुख्यमंत्री सचिवालय की अधिकारी सौम्या चौरसिया को ईडी ने बुधवार को कोर्ट में पेश किया. ईडी ने जमीन से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप में सौम्या को 2 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत ने ईडी के आवेदन पर 4 दिन का रिमांड मंजूर किया. रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद ईडी ने सौम्या को दोबारा 6 दिसंबर को कोर्ट में पेश किया. इस दौरान ईडी ने पूछताछ के लिए कोर्ट से 14 दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड ही मंजूर की थी.10 दिसंबर को ईडी ने सौम्या को एक बार फिर कोर्ट में पेश किया. पूछताछ पूरी नहीं होने हवाला देते हुए ईडी ने फिर से 6 दिनों की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने 14 दिसंबर तक की रिमांड दी थी.अब एक बार फिर ईडी को 19 दिसंबर तक की रिमांड मिली है.
निलंबित आईएएस समेत 4 कारोबारी पहले से ही न्यायिक रिमांड पर: गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने 11 अक्टूबर को राज्य के कई जिलों में एक साथ छापेमारी कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई के बाद निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनिल अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. इन चारों आरोपियों को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और कोयला घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया है. इन आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर कोर्ट ने 10 दिसबंर को जेल भेज दिया है. उस दौरान कोर्ट ने यह भी कहा था कि इन सभी की पेशी जेल से ही वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से होगी. आवश्यक्ता पड़ने पर ही कोर्ट में पेश किया जाएगा.
आयकर विभाग ने छत्तीसगढ़ में छापे के बाद किया था बड़ा खुलासा: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पिछले साल जून में बड़ा खुलासा किया था. "आयकर विभाग ने तब कहा था कि छत्तीसगढ़ में छापेमारी के बाद 100 करोड़ से ज्यादा का कथित हवाला रैकेट संचालित है. यह लेन देन औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से हटकर हुआ है". सौम्या चौरसिया के ठिकानों पर साल 2020 में भी छापा मारा गया था.CM Baghel deputy secretary Soumya Chaurasia
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अक्टूबर में आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई को किया गया था गिरफ्तार: ईडी ने अक्टूबर में राज्य के एक आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और दो अन्य लोगों को छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था. ईडी द्वारा आयकर विभाग की एक शिकायत का संज्ञान लेने के बाद मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच की गई थी. जिसमें छत्तीसगढ़ में कथित घोटाले की बात जांच एजेंसियों ने की थी. जांच एजेंसियों के मुताबिक वरिष्ठ नौकरशाहों के एक कार्टेल द्वारा छत्तीसगढ़ में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले से 25 रुपये प्रति टन की अवैध उगाही की बात सामने आई थी. इसमें व्यवसायी, राजनेता और बिचौलिए के शामिल होने की भी बात सामने आई थी.