रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ का ई-मार्केटिंग नेटवर्क ‘ई-मानक‘ पोर्टल लांच किया. छत्तीसगढ़ के इस ई-प्रोक्योरमेंट सिस्टम से शासकीय खरीदी में प्रदेश के लघु उद्योगों को प्रोत्साहन और प्राथमिकता मिलेगी. राज्य में आरक्षित वस्तुओं की शासकीय खरीदी अब जैम पोर्टल के स्थान पर ई-मानक पोर्टल से की जाएगी.
ये है खासियत-
⦁ राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र ने यह पोर्टल विकसित किया है.
⦁ ई-मानक पोर्टल प्रणाली में स्थानीय लघु उद्योगों के लिए शासकीय बाजार की ऑनलाइन व्यवस्था है.
⦁ इसके साथ अब क्रय आदेश से देयक भुगतान तक सभी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी.
⦁ ऑनलाइन खरीदी प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा.
⦁ खरीदी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी और पोर्टल में क्रय आदेश, प्रदाय आदेश के लिए सिंगल विन्डो सिस्टम होगा.
⦁ सामग्री की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्री डिस्पेच और पोस्ट डिस्पेच निरीक्षण की व्यवस्था भी होगी
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बता दें कि पोर्टल के उपयोगकर्ताओं को खरीदी प्रक्रिया की प्रगति की जानकारी ई-मेल और SMS से भेजी जाएगी. भविष्य में ई-मानक पोर्टल के लिए मोबाइल एप्लिकेशन भी विकसित किया जाएगा, जिसके माध्यम से पंचायतें भी स्थानीय उद्योगों से सामग्री खरीद सकेगी.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा, प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी और छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक पी. अरूण प्रसाद भी मौजूद थे.