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अधिकारी जी-हुजूरी नहीं, तय समय पर काम करके दिखाएं: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए प्रशासनिक कामों में किसी भी तरह की कोतही न बरतने की बात कही है. साथ ही सीएम ने समय पर सभी निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सीएम ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर चर्चा करते हुए जिले के सभी पुलिस अधीक्षकों को क्राइम फ्री जिला बनाने के सख्त निर्देश दिये.

कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस.
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Published : Jun 7, 2019, 9:59 AM IST

Updated : Jun 7, 2019, 12:23 PM IST

रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महानदी भवन में गुरुवार को कलेक्टर और एसपी की संयुक्त बैठक ली. जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए प्रशासनिक कामों में किसी भी तरह की कोतही न बरतने की बात कही है. साथ ही सीएम ने समय पर सभी निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सीएम ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर चर्चा करते हुए जिले के सभी पुलिस अधिक्षकों को क्राइम फ्री जिला बनाने के सख्त निर्देश दिये. बैठक में राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर जिला के कलेक्टर और एसपी शामिल थे.

सीएम भूपेश बघेल.

नरवा, गुरुवा पर चर्चा
बैठक की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट्स नरवा, गरूवा, घुरवा और बारी योजना को लेकर अधिकारियों से चर्चा की और पूरे प्रदेश में इसे सख्ती से लागू करने की बात कही. सीएम ने इस योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि इस योजना से प्रदेश के किसानों और गरीब तबके के लोगों को खेती और पशुपालन में काफी मदद मिलेगी. सीएम ने इस योजना के तहत बनाये जाने वाले गौठान के लिए सीमेंट-कांक्रीट की बजाय मिट्टी का उपयोग करने के कहा है.

वन अधिकार पत्र पर चर्चा

नरवा, गुरुवा, घुरुवा और बारी के बाद सीएम ने आदिवासियों के मुद्दे पर भी चर्चा की. जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के जंगलों में तीन पीढ़ियों से रह रहे सभी आदिवासी और गैर-आदिवासी परिवारों को वन अधिकार पत्र देना है. इसके अलावा ऐसे परिवार जिनका 13 दिसंबर 2005 से पहले ही वनभूमि पर कब्जा है, उन्हें भी वन अधिकार का पत्र दिया जाएगा.

लोक सेवा गारंटी की मॉनिटरिंग के निर्देश

मुख्यमंत्री ने सभी कमीश्नर को लोक सेवा गारंटी अधिनियम की जांच और सही क्रियान्वयन के लिए कार्यालयों का दौरा करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम में आवेदकों के आंकड़ों की बजाय उनकी संतुष्टी पर ध्यान देना चाहिये. जनवरी से मई के बीच लोक सेवा गारंटी के तहत प्राप्त आवेदन में से 83 फीसदी आवेदन का निराकरण किया जा चुका है. जबकि इसके पिछले छह माह जुलाई से दिसंबर के बीच करीब 78 फीसदी आवेदनों का निराकरण किया गया था.

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर भी चर्चा

बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पेयजल की खराब स्थिति को लेकर समीक्षा की है. उन्होंने अगले वर्ष तक प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों तक नल से जल आपूर्ति करने और उन्हें टैंकर मुक्त बनाने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा शहर का गंदा पानी नदियों में बहाए जाने पर चर्चा करते हुए सीएम ने अधिकारियों से इसपर संज्ञान लेते हुए इसका निराकरण की बात कही. जिसपर नगरीय विकास विभाग के सचिव ने बताया कि रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर सहित पांच बड़े शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं.

चिटफंड कंपनियों पर सख्ती

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों के फर्जीबाड़े पर चर्चा करते हुए सभी जिलों में लंबित प्रकरणों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने चिटफंड कंपनी की संपत्ति कुर्की के लिए कलेक्टर को लंबित 44 प्रकरणों पर गंभीरता से इस महीने के अंत तक कार्रवाई करने को कहा है. साथ ही माइक्रो फाइनेंस करने वाली संस्था की पूरी जानकारी रखने के भी आदेश दिए हैं.

कोयला ओवरलोडिंग पर सख्ती
सीएम ने प्रदेश में कोयला ओवर लोडिंग और चोरी के संबंध में कोरबा एसपी को सख्त निर्देश दिए हैं. कोयला चोरी रोकने के लिए सूचना तंत्र मजबूत कर सख्ती से कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों को दो टूक कहा गया है. सीएम ने कहा कि पुलिस गुंडों, बदमाशों और माफिया से सख्ती से निपटें और बाहरी लोगों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखें.

नक्सलवाद पर सख्ती
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या पर चर्चा करते हुए कहा कि राज्य ने नक्सलियों के चलते बहुत कुछ खोया है, नक्सलियों से सख्ती से निपटा जाए. आदिवासियों का मन जीतना सरकार की प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने शहरी भूमि पर पट्टों के नवीनीकरण को लेकर भी समीक्षा की. जिसके बाद राजस्व मामलों का निराकरण समय पर करने के निर्देश दिए. इसके अलावा जमीनों के बंदोबस्त त्रुटियों के निराकरण को लेकर नियमित कैम्प लगाने के निर्देश दिए. इसके अलावा प्रदेश में जेनेरिक दवाईयों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए केन्द्र शासन को पत्र लिखकर अधिक से अधिक सप्लायरों की नियुक्ति करने को कहा है.

वॉटर हार्वेस्टिंग पर जोर
बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कमिश्नर और कलेक्टर्स से उनके आवास में वॉटर हार्वेंस्टिंग सिस्टम लगाने को लेकर जानकारी ली. साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर दूसरों को प्रेरित करने को कहा. उन्होंने अधिकारियों से अपने निजी घरों में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने को कहा है.

DMF से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर बल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि खनिज न्यास निधि का उपयोग संबंधित क्षेत्र के निवासियों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए किया जाना चाहिए. उन्होंने इस DMF राशि का उपयोग निर्माण कार्य की जगह पर खनन प्रभावित लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा अब जिला प्रभारी मंत्री जिला समिति की अध्यक्षता करेंगे. इसके अलावा उन्होंने बंद खदानों की जमीन को पाटने के लिए काम करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने अवैध कॉलोनी के निर्माण पर भी सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

नदियों के संरक्षण पर जोर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की नदियों के संरक्षण पर भी जोर दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर वर्ष करीब 6 करोड़ पेड़ लगाये जाते हैं, लेकिन रिकार्ड के मुताबिक केवल 40 प्रतिशत ही बच पाते हैं. मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक पौधों को बचाने के लिए फेंसिंग के साथ-साथ ड्रिप इरीगेशन सिंचाई उपलब्ध कराने के लिए वन विभाग को निर्देश दिए हैं.

रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महानदी भवन में गुरुवार को कलेक्टर और एसपी की संयुक्त बैठक ली. जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए प्रशासनिक कामों में किसी भी तरह की कोतही न बरतने की बात कही है. साथ ही सीएम ने समय पर सभी निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सीएम ने प्रदेश में कानून व्यवस्था पर चर्चा करते हुए जिले के सभी पुलिस अधिक्षकों को क्राइम फ्री जिला बनाने के सख्त निर्देश दिये. बैठक में राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर जिला के कलेक्टर और एसपी शामिल थे.

सीएम भूपेश बघेल.

नरवा, गुरुवा पर चर्चा
बैठक की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट्स नरवा, गरूवा, घुरवा और बारी योजना को लेकर अधिकारियों से चर्चा की और पूरे प्रदेश में इसे सख्ती से लागू करने की बात कही. सीएम ने इस योजना पर चर्चा करते हुए कहा कि इस योजना से प्रदेश के किसानों और गरीब तबके के लोगों को खेती और पशुपालन में काफी मदद मिलेगी. सीएम ने इस योजना के तहत बनाये जाने वाले गौठान के लिए सीमेंट-कांक्रीट की बजाय मिट्टी का उपयोग करने के कहा है.

वन अधिकार पत्र पर चर्चा

नरवा, गुरुवा, घुरुवा और बारी के बाद सीएम ने आदिवासियों के मुद्दे पर भी चर्चा की. जिसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के जंगलों में तीन पीढ़ियों से रह रहे सभी आदिवासी और गैर-आदिवासी परिवारों को वन अधिकार पत्र देना है. इसके अलावा ऐसे परिवार जिनका 13 दिसंबर 2005 से पहले ही वनभूमि पर कब्जा है, उन्हें भी वन अधिकार का पत्र दिया जाएगा.

लोक सेवा गारंटी की मॉनिटरिंग के निर्देश

मुख्यमंत्री ने सभी कमीश्नर को लोक सेवा गारंटी अधिनियम की जांच और सही क्रियान्वयन के लिए कार्यालयों का दौरा करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि लोक सेवा गारंटी अधिनियम में आवेदकों के आंकड़ों की बजाय उनकी संतुष्टी पर ध्यान देना चाहिये. जनवरी से मई के बीच लोक सेवा गारंटी के तहत प्राप्त आवेदन में से 83 फीसदी आवेदन का निराकरण किया जा चुका है. जबकि इसके पिछले छह माह जुलाई से दिसंबर के बीच करीब 78 फीसदी आवेदनों का निराकरण किया गया था.

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर भी चर्चा

बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पेयजल की खराब स्थिति को लेकर समीक्षा की है. उन्होंने अगले वर्ष तक प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों तक नल से जल आपूर्ति करने और उन्हें टैंकर मुक्त बनाने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा शहर का गंदा पानी नदियों में बहाए जाने पर चर्चा करते हुए सीएम ने अधिकारियों से इसपर संज्ञान लेते हुए इसका निराकरण की बात कही. जिसपर नगरीय विकास विभाग के सचिव ने बताया कि रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर सहित पांच बड़े शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं.

चिटफंड कंपनियों पर सख्ती

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों के फर्जीबाड़े पर चर्चा करते हुए सभी जिलों में लंबित प्रकरणों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने चिटफंड कंपनी की संपत्ति कुर्की के लिए कलेक्टर को लंबित 44 प्रकरणों पर गंभीरता से इस महीने के अंत तक कार्रवाई करने को कहा है. साथ ही माइक्रो फाइनेंस करने वाली संस्था की पूरी जानकारी रखने के भी आदेश दिए हैं.

कोयला ओवरलोडिंग पर सख्ती
सीएम ने प्रदेश में कोयला ओवर लोडिंग और चोरी के संबंध में कोरबा एसपी को सख्त निर्देश दिए हैं. कोयला चोरी रोकने के लिए सूचना तंत्र मजबूत कर सख्ती से कार्रवाई के लिए पुलिस अधिकारियों को दो टूक कहा गया है. सीएम ने कहा कि पुलिस गुंडों, बदमाशों और माफिया से सख्ती से निपटें और बाहरी लोगों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखें.

नक्सलवाद पर सख्ती
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या पर चर्चा करते हुए कहा कि राज्य ने नक्सलियों के चलते बहुत कुछ खोया है, नक्सलियों से सख्ती से निपटा जाए. आदिवासियों का मन जीतना सरकार की प्राथमिकता है. मुख्यमंत्री ने शहरी भूमि पर पट्टों के नवीनीकरण को लेकर भी समीक्षा की. जिसके बाद राजस्व मामलों का निराकरण समय पर करने के निर्देश दिए. इसके अलावा जमीनों के बंदोबस्त त्रुटियों के निराकरण को लेकर नियमित कैम्प लगाने के निर्देश दिए. इसके अलावा प्रदेश में जेनेरिक दवाईयों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए केन्द्र शासन को पत्र लिखकर अधिक से अधिक सप्लायरों की नियुक्ति करने को कहा है.

वॉटर हार्वेस्टिंग पर जोर
बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कमिश्नर और कलेक्टर्स से उनके आवास में वॉटर हार्वेंस्टिंग सिस्टम लगाने को लेकर जानकारी ली. साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर दूसरों को प्रेरित करने को कहा. उन्होंने अधिकारियों से अपने निजी घरों में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने को कहा है.

DMF से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर बल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि खनिज न्यास निधि का उपयोग संबंधित क्षेत्र के निवासियों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए किया जाना चाहिए. उन्होंने इस DMF राशि का उपयोग निर्माण कार्य की जगह पर खनन प्रभावित लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा अब जिला प्रभारी मंत्री जिला समिति की अध्यक्षता करेंगे. इसके अलावा उन्होंने बंद खदानों की जमीन को पाटने के लिए काम करने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने अवैध कॉलोनी के निर्माण पर भी सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

नदियों के संरक्षण पर जोर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश की नदियों के संरक्षण पर भी जोर दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर वर्ष करीब 6 करोड़ पेड़ लगाये जाते हैं, लेकिन रिकार्ड के मुताबिक केवल 40 प्रतिशत ही बच पाते हैं. मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक पौधों को बचाने के लिए फेंसिंग के साथ-साथ ड्रिप इरीगेशन सिंचाई उपलब्ध कराने के लिए वन विभाग को निर्देश दिए हैं.

Intro:0606 RPR CM BHUPESH BAGHEL ON COLLECTOR SP CONFRENCE

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज मंत्रालय के महानदी भवन में कलेक्टर्स- एस पी काॅन्फ्रेंस की मैराथन बैठक लेकर करीब दो दर्जन से अधिक महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जिलों के अधिकारियों के साथ विस्तार से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि शासकीय कार्यों के निर्वहन में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं करें और शासकीय कार्यों को समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण रूप से करें। वही पुलिसिंग को दुरुस्त करने के लिए भी जोर दिया है।
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बैठक की शुरुआत मुख्यमंत्री ने कहा कि सुराजी गांव योजना (नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी) खेती-किसानी और पशुपालन की मजबूती के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने एक प्रभावी योजना है। यह कोई नया प्रयोग नहीं है बल्कि यह व्यवस्था छत्तीसगढ़ में परम्परागत रूप से रही हैं। इसे वर्तमान दृष्टि से फिर से उपयोगी बनाने की जरूरत है। मवेशियों के खुले में विचरने से जहां किसानों को खेती में कई प्रकार से दिक्कतें आ रही हैं, वहीं सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी बड़ी है। गौठान निर्माण और चारागाह विकास से इस समस्या पर नियंत्रण लगेगा।  जहां गौठान निर्माण हुआ है और पेयजल छाया आदि की व्यवस्था हो गई है। वहां पशुओं का आना शुरू हो गया है। जनसहभागिता से चारा की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा की गौठान निर्माण एक धार्मिक नहीं बल्कि आर्थिक कार्य है। गौठान निर्माण के लिए भूमि का चयन एक महत्वपूर्ण कार्य है। इसके लिए उपयुक्त तथा अविवादित जमीन का चयन करें। गौठान निर्माण में सीमेंट कांक्रीट का उपयोग न हो, इससे गर्मी में काफी दिक्कतें आ सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा योजना से गांव की अर्थव्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन होगा, इस योजना का सफल क्रियान्वयन दूसरे राज्यों का उदाहरण बनेगा।

बाईट- भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

वनाधिकार पट्टों से लाभ दिलाने पर जोर

बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा वन अधिकार पत्र अधिनियम से परंपरागत रूप से 3 पीढ़ियों से वन में रहने वाले और 13 दिसम्बर 2005 के पूर्व के कब्जाधारी आदिवासियों के साथ-साथ गैर आदिवासियों को वन अधिकार पत्र से लाभान्वित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा बड़ी संख्या मेें आवेदन पत्रों को निरस्त किया गया था। उनकी फिर से समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के परंपरागत निवासियों को पट्टा बांटने की कार्यवाही जल्द पूरा करें।

लोक सेवा गारंटी की मॉनिटरिंग के निर्देश

मुख्यमंत्री ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए सभी संभागों के कमिश्नरों को लगातार माॅनिटरिंग करने, कलेक्टर, एसडीएम, तहसील तथा अन्रू विभागों के कार्यालयों का दौरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा आंकड़ों के अलावा यह जरूरी है कि आवेदक अपने आवेदन के निराकरण से संतुष्ट हो। अधिकारियों ने बताया कि जनवरी से मई के बीच पिछले छह महिने में लोक सेवा गारंटी में प्राप्त आवेदनों में से 83 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण किया गया है। जबकि इसके पिछले छह माह जुलाई से दिसंबर के बीच करीब 78 प्रतिशत आवेदनों का निराकरण किया गया। उन्होंने इसके क्रियान्वयन में कलेक्टरों की भूमिका पर भी जोर दिया और कहा कि आवेदनों का समय सीमा पर निराकरण होना चाहिए। 

पांच शहरों में स्थापित किए जा रहे हैं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पेयजल की स्थिति की समीक्षा करते हुए कि अगले वर्ष तक प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों तक नलों से जल की आपूर्ति करने और उन्हें टैंकरमुक्त बनाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने शहरों का गंदा पानी नदियों में जाने से रोकने के संबंध में लिया संज्ञान लिया। नगरीय विकास विभाग की सचिव ने बताया कि प्रदेश के रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर सहित पांच बड़े शहरों में बनाए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। 

चिटफंड कंपनियों पर सख़्ती

सीएम भुपेश बघेल ने चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्की हेतु कलेक्टर के समक्ष अंतरिम आदेश के लिए लंबित 44 प्रकरणों पर गंभीरता से इस महीने के अंत तक कार्रवाई करने कलेक्टरों को निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में माइक्रो फाइनेंस का कार्य करने वाली संस्थाओ की पूरी जानकारी रखने कलेक्टर एसपी को निर्देश दिए है। चिटफंड और माइक्रो फाइनेंस कंपनियों द्वारा आम जनता ठगी का शिकार न हों, इस हेतु पूरी सतर्कता बरतें पुलिस अधीक्षक और पुलिस के हर स्तर के अधिकारी, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है। कोयला ओवरलोडिंग पर सख्ती से कार्रवाई करने कोरबा एसपी को निर्देश दिए है। कोयला चोरी रोकने सूचना तंत्र मजबूत कर सख्ती से कार्रवाई के पुलिस अधिकारियों को दो टूक कहा है। पुलिस गुंडों, बदमाशों और माफिया से सख्ती से निपटें साथ ही बाहरी लोगों की आवाजाही पर कड़ी नजर रखें। नक्सल क्षेत्र में शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने हर हाथ को मिले काम लेने पर फ़ोकस करने के निर्दश दिए है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने नक्सलियों से बहुत खोया है, नक्सलियों से सख़्ती से निपटे ! आदिवासियों का मन जीतना है।

मुख्यमंत्री ने शहरी भूमि के पट्टों के नवीनीकरण की समीक्षा की। राजस्व मामलों का निराकरण समय पर करने के निर्देश दिए। इसी तरह जमीनों के बंदोबस्त त्रुटियों के निराकरण के लिए नियमित कैम्प लगाने को कहा। उन्होंने जेनेरिक दवाईयां कि उपलब्धता बढ़ाने के लिए केन्द्र शासन को पत्र लिखकर अधिक से अधिक सप्लायरों की नियुक्ति करने को कहा। बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कमिश्नरों और कलेक्टरों से पूछा कि उनके आवास में वाॅटर हार्वेंस्टिंग सिस्टम लगा है कि नहीं ? मुख्यमंत्री ने कहा यह जरूरी है कि अधिकारी अपने घरों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाकर दूसरों को लगाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने अधिकारियों से अपने निजी घरों में भी वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने को कहा। 

 DMF से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर बल 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने  कलेक्टर्स काॅन्फ्रेंस में कहा कि खनिज न्यास निधि (डी.एम.एफ.) का उपयोग संबंधित क्षेत्र के निवासियों के जीवन स्तर उन्नयन में हो। उन्होंने इस राशि को व्यय करने के लिए मार्गदर्शिका को आधार पर कार्य करते हुए इसका उपयोग निर्माण कार्य के स्थान पर खनन प्रभावित लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के लिए करने को कहा। उन्होंने कहा अब जिला प्रभारी मंत्री जिला समिति की अध्यक्षता करेंगे। बंद खदान की जमीन वापसी के कार्य किया जाए साथ ही खदानों को पाटा जाए। मुख्यमंत्री ने अवैध काॅलोनी के निर्माण पर कड़ाई से अंकुश लगाने को कहा।

बाईट- भूपेश बघेल, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़

नदियों के संरक्षण पर जोर

बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर्स काॅन्फ्रेंस में बैठक में नदियों के संरक्षण पर जोर दिया गया। बैठक में बताया गया कि नदियों के किनारे 1334 अधिक्रमण की रिपोर्ट है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर वर्ष करीब छह करोड़ पेड़ लगाते हैं, लेकिन शासकीय रिकार्ड के अनुसार केवल 40 प्रतिशत बच पाते हैं। मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक पौधों को बचाने के लिए फेंसिंग के साथ-साथ ड्रिप इरीगेशन सिंचाई उपलब्ध कराने को कहा और वन विभाग के अधिकारियों को करीब 80 प्रतिशत तक पौधे बचाने के निर्देश दिए। 

मयंक ठाकुर, ईटीवी भारत, रायपुरConclusion:
Last Updated : Jun 7, 2019, 12:23 PM IST
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