रायपुर : सीएम भूपेश बघेल ने रमन सिंह पर एक बार फिर हमला बोला है.सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाए हैं.रमन सिंह औऱ भारतीय जनता पार्टी के पास षड़यंत्र करने और आरोप लगाने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं बचा है.इनका आरोप है कि साल 2020 -21 में प्रदेश में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में गड़बड़ी हुई है. भूपेश बघेल के मुताबिक रमन सिंह ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में 5 हजार करोड़ से भी ज्यादा का चावल घोटाला हुआ है.जिसमें 38 लाख टन चावल केंद्र के कोटे से प्रदेश को मिला.लेकिन 15 लाख टन चावल वितरित नहीं करने का आरोप लगा है.लेकिन हकीकत कुछ और ही है.
सीएम भूपेश ने आरोपों को नकारा : इस दौरान सीएम भूपेश ने कहा कि 38 लाख टन चावल मिलने और 15 लाख टन नहीं बांटने की बात ही गलत है.क्योंकि केंद्र से 28 लाख 10 हजार मीट्रिक टन ही चावल मिला.जिसमें से 27 लाख 61 हजार मीट्रिक टन चावल का उठाव किया गया. 50 हजार टन चावल पर क्लेम नहीं किया गया. ऐसे में 38 लाख टन चावल का मिलना और 15 लाख टन चावल का नहीं बंटना पूरी तरह से गलत है.
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क्या थे रमन सिंह के आरोप : आपको बता दें कि पूर्व सीएम रमन सिंह ने प्रदेश सरकार पर चावल घोटाले का आरोप लगाया है.जिसमें ये कहा गया है कि कांग्रेस ने केंद्र के 15 लाख टन चावल को नहीं बांटा है.वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने रमन सिंह को चुनौती देते हुए कहा था कि यदि प्रदेश में चावल घोटाले जैसी कोई भी बात सामने आ गई तो वो अपने पद को छोड़ देंगे.लेकिन यदि घोटाला नहीं हुआ होगा तो रमन सिंह को पद से इस्तीफा देना होगा.