रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री ने मनरेगा मजदूर, असंगठित कामगार, जन-धन खाताधारक और संगठित क्षेत्र के कामगारों को सहायता प्रदान करने के दिए प्रधानमंत्री को कई सुझाव दिए हैं.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मनरेगा के तहत 2020-21 वित्तीय वर्ष के लिए तीन महीने की मजदूरी की राशि की मांग की है. सीएम ने पत्र में लिखा है कि राज्य में 39.56 लाख परिवारों के 89.2 लाख श्रमिक मनरेगा के तहत पंजीकृत हैं. इसमें 32.82 लाख परिवारों के 66.5 हजार श्रमिक में से लगभग 12 लाख वर्तमान में हर रोज काम कर रहे थे. जो बीते 2 हफ्ते से लॉक डाउन के कारण घर में बैठे हैं. इन मजदूरों को 190 रुपए हर रोज के तहत 1016 करोड़ राशि केंद्र सरकार जारी करे.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के लिए पत्र में मनरेगा श्रमिकों को तीन महीने तक एक हजार रुपये, जन-धन खातधारकों को तीन महीने तक 750 रुपये और संगठित क्षेत्र के कामगारों को भविष्य निधि का वहन तीन माह तक केन्द्र सरकार से करने के सुझाव दिए हैं. मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि समाज का एक बड़ा वर्ग केन्द्र सरकार की घोषणाओं से लाभ नहीं ले पाता है. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के श्रमिकों और लोगों की सहायता के आभार भी जताया है.